जब भी क्रिकेट की बात होती हैं तो कुछ खिलाड़ी होते हैं जिन्हें भुलाना पूरी तरफ से ना मुमकिन होता हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि यह वह खिलाड़ी होते है जिन्होंने अपने जीवन मे काफी कुछ हासिल किया होता है और अपने खेल की वजह से अपने देश और अपनी टीम को दुनिया की बहतरीन टीमो में से एक मनाया. ऐसा खिलाड़ी हर टीम में है जिन्होंने उनकी टीम को दुनिया की बहतरीन टीम बनाने में मदद की हो. हमारी भारतीय टीम में भी ऐसे बहुत सारे खिलाड़ी है जिन्होंने अपने जीवन मे काफी कुछ हासिल किया हैं जिसके चलते उन्हें आज के समय मे भारत मे ही नही बल्कि पूरी दुनिया मे जाना जाता हैं. जिन खिलाड़ियो की हम बात कर रहे हैं उस सूची में युवराज सिंह , सचिन तेंदुलकर , वीरेंद्र सहवाग , महेंद्र सिंह धोनी और भी बहुत सारे खिलाड़ी है जिन्होंने भारत का नाम पूरी दुनिया मे रोशन किया हैं.
युवराज के बयान ने मचा दी सोशल मीडिया पर सनसनी , धोनी को बताया अपने से कम अनुभवी
इन दिनों सोशल मीडिया पर युवराज सिंह बहुत ज्यादा चर्चा में है जिसकी एक वजह तो यह हैं कि युवराज सिंह बहुत जल्द ही क्रिकेट की दुनिया मे फिर से वापसी करने वाले है और दूसरी वजह यह हैं कि युवराज सिंह का हालहि में एक बयान सामने आया है जिसमे उन्होंने अपना दुख लोगो को बताया हैं कैसे उन्हें साल 2007 के टी-20 वर्ल्डकप का कप्तान नही बनाया गया और उनकी जगह कुछ सालों पहले आए धोनी को सीधे टी-20 वर्ल्डकप जैसे एहम टूर्नामेंट में भारतीय टीम का कप्तान बना दिया गया. इस बात पर युवराज सिंह ने अपने बयान में बहुत कुछ बोला है. यहा तक कि युवराज सिंह ने इतना बोल दिया कि धोनी से ज्यादा अनुभव मुझे था लेकिन फिर भी धोनी को ही कप्तान बनाया गया साल 2007 के वर्ल्डकप में. आइये आपको बताते हैं कि किस तरह युवराज सिंह ने अपने इस दर्द को लोगो के सामने रखा.
युवराज की जगह बना दिया गया धोनी को कप्तान , युवारज ने किया इंटरव्यू में इसका खुलासा
जब भी युवराज सिंह का नाम सामने आता है तो सबके दिमाक में सिर्फ और सिर्फ वही युवराज सिंह आते हैं जिन्होंने साल 2007 के वर्ल्डकप में इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए थे. यही से युवराज सिंह को अलग ही पहचान मिल गई थी. युवारज सिंह हालहि में साल 2007 के टी-20 विश्व कप को लेकर एक बहुत बड़ा बयान दिया है जिसमे युवराज सिंह का कहना हैं कि ” साल 2007 का वर्ल्डकप होने से पहले भारतीय टीम बहुत सारे विदेशी दौरे करके आई थी जिसमे पूरी टीम थक चुकी थी जिसके चलते उसी साल होने वाले टी-20 वर्ल्डकप के लिए नई टीम बनाई गई एक नए कप्तान के साथ. इस टीम का कप्तान मुझे चुना जाने वाला था लेकिन मेरी जगह धोनी को कप्तान चुन लिया गया जबकि धोनी से ज्यादा अनुभवी मैं ( युवारज) था. लेकिन सेलेक्टर्स ने जो फैसला ले लिया मैन उसकी इज़्ज़त की और टी-20 वर्ल्ड कप में मैन मेरा 100% दिया. ” इस तरह युवारज ने अपने साल 2007 के दर्द के बारे में बताया कि किस प्रकार उन्हें कप्तान नही चुना गया और उनकी जगह धोनी को कप्तान चुन लिया गया.