उन्नाव के एसपी को 6 जुलाई की रात करीब 12:00 बजे फोन आया इसके बाद उनकी नींद उड़ गई। वह फोन उनके साथी पुलिस ऑफिसर की पत्नी का था वह फोन पर काफी परेशान नजर आ रही थी। उन्होंने फोन पर बताया कि उनके पति का फोन नहीं लग रहा है और वह फोन पर इस बात की भी आशंका जता रही थी कि उसके पति की हत्या कर दी गई है। एसपी उन्नाव ने उसी समय सर्विलांस टीम को सक्रिय किया और जल्द से जल्द सीओ को ढूंढने के निर्देश जारी किया। जब सर्विलांस टीम ने जानकारी इकट्ठा की दोषियों की लोकेशन कानपुर में नजर आई। सभी उनकी लोकेशन कानपुर में देखकर हैरान रह गए थे। आप भी जानिए रातो रात लापता हुए एक पुलिस अफसर की कहानी।
छुट्टी लेकर घर के लिए निकले थे पहुंचे ही नहीं
रिपोर्ट के मुताबिक गोरखपुर मंडल के 1 जिले में रहने वाले उन्नाव के एक ग्रामीण सर्किल में तैनात सीईओ 6 जुलाई को एसपी उन्नाव से छुट्टी मांगी। वजह पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उनको एक शादी में जाना है। कारण बताने पर उनकी छुट्टी मंजूर कर दी गई। उसके बाद वह उन्नाव के लिए शादी में निकल गए। बताया गया कि वह घर जाने की बजाएं एक होटल चले गए उन्होंने लगभग 4:00 बजे कानपुर के एक होटल में चेक इन किया । उनके साथ एक महिला सिपाही भी थी इस दौरान पुलिस अफसर ने अपने दोनों मोबाइल को बंद कर लिया सरकारी और पर्सनल मोबाइल थे उनके पास।
इधर घर पर उनकी पत्नी परेशान हो रही थी जब उनकी पत्नी ने उन्हें फोन किया तो नंबर बंद मिले। उन्होंने जब पूछताछ की तो उन्हें पता चला कि वह तो छुट्टी लेकर घर के लिए निकले हैं। इसके बाद उनकी पत्नी और भी काफी परेशान हो गई। जिसके बाद उन्होंने उन्नाव में फोन कर कर अपनी पति की हत्या की आशंका जताते हुए मदद मांगी। किसी अनहोनी की आशंका में पुलिस ने सर्विलांस टीम को लगाया तब पता चला कि सीओ का मोबाइल तो कानपुर क्षेत्र क्षेत्र एरिया में एक होटल पर आकर बंद हो गया था।
संवाददाता के मुताबिक रात करीब 12:00 बजे पुलिस कानपुर होटल पहुंची जहां की पुलिस को लोकेशन मिली थी। पुलिसकर्मियों ने होटल के मैनेजर से पूछताछ की और पूछताछ में उन्होंने सीओ का नाम बताया। पुलिस ने कमरे का नंबर पता कर वेटर को बुलाया और कमरे में जाकर सीओ को बुलाकर लाने की बात कही। लेकिन आरोप लगा कि सीओ ने कमरे का दरवाजा ही नहीं खोला तब मैनेजर ने खुद जाकर कमरे का दरवाजा खुलवाया।
होटल में नहीं बताया कि पुलिस डिपार्टमेंट से हैं
उन्होंने होटल में कमरा लेते वक्त होटल मैनेजर को यह नहीं बताया कि वह एक पुलिस अफसर हैं और अपनी पहचान छुपाकर कमरा लिया उन्होंने हाइडी के तौर पर अपना खुद का पहचान पत्र दिया ना कि पुलिस का आईडी कार्ड। रिपोर्ट के मुताबिक सीओ और महिला सिपाही साथ में ही होटल में गए थे। पुलिस वहां की कैमरा फुटेज लेकर आई है और जांच शुरू कर दी है