दोस्तों जैसा की आप सभी को पता है भारत में हर इंसान का सपना होता है कि वह प्लेन में या हेलीकॉप्टर में बैठे और उस का सफर तय करें लेकिन भारत में हर आम आदमी का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है। क्योंकि हेलीकॉप्टर प्लेन में बैठने के लिए बहुत पैसों की जरूरत पड़ती है और एक आम इंसान इतना बजट नहीं कर पाता यही कारण है कि आज भी जब हेलीकॉप्टर या प्लेन हमारे ऊपर से जाते हैं तो हम बहुत रुचि से उनको देखते हैं और सोचते हैं काश हम उसमें बैठे रहते।
आखिर क्यों जमीन पर लैंड हुआ चिनूक हेलीकॉप्टर
चिनूक हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी,बुधवार शाम करीब 5 बजे मानिकपुर उच्च विद्यालय के प्रागंण में हेलीकॉप्टर को उतारा गया। भगवान का शुक्रिया है की हेलीकॉप्टर में बैठे सभी यात्री सुरक्षित है। किसी को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और हेलीकॉप्टर को सुरक्षित एक खेत में उतारा गया, आपको जानकारी के लिए बता दें की हेलीकॉप्टर में 20 से ज्यादा कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे।
हेलीकॉप्टर में कैसे लगी चिंगारी
आसपास के गांव वाले हेलीकॉप्टर को देख रहे थे उनका कहना था कि अचानक से हेलीकॉप्टर कि पंखो मैं चिंगारी लगने लगी, और हेलीकॉप्टर लड़खड़ाने लगा लेकिन पायलट ने बहुत समझदारी से तुरंत हेलीकॉप्टर को एक खेत में उतार दिया। जिससे उसमें बैठे कर्मचारियों व अधिकारियों को कोई नुकसान नहीं हुआ और वह सुरक्षित हैं। जैसे ही यह सूचना मिली की चिनूक हेलीकॉप्टर को अचानक खेत में उतारा गया है मौके पर राजपुरा थाने के निरीक्षक ताज मोहम्मद के नेतृत्व में टीम पहुंची और अधिकारियों के लिए खाने व पीने की व्यवस्था की।
गांव में लोगों की उमड़ी भीड़
जैसे ही वायुसेना के विशाल चिनूक हेलीकॉप्टर को अचानक खेत में लैंड करवाया गया यह खबर सुनते ही आस-पास के गांव में हेलीकॉप्टर को देखने के लिए लोग भारी संख्या में उमड़ पड़े क्योंकि भारत में हर इंसान का सपना होता है कि वह हेलीकॉप्टर या प्लेन में बैठे और उस का सफर तय करें। लेकिन बहुत से लोगों का यह सपना पूरा नहीं हो पाता है। जब भी उनको हेलीकॉप्टर एयरप्लेन देखने का मौका मिलता है भारी संख्या में भीड़ इकट्ठी हो जाती है। यही हुआ बिहार के बक्सर में चिनूक हेलीकॉप्टर को देखने के लिए गांव में भारी संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई।