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पिता फौज में सैनिक, बिना कोचिंग 28 रैंक के साथ बनी IAS अधिकारी

भारत में यूपीएससी परीक्षा सबसे कठिन मानी जाती है। लगातार सब्र के साथ मेहनत करने वाला ही इस परीक्षा में पास हो कर सफलता की ओर अग्रसर होता है। यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए काफी स्टूडेंट्स दिल्ली में कोचिंग सेंटर की मदद लेते हैं। यूपीएससी के लिए सबसे बेहतरीन कोचिंग सेंटर दिल्ली में है। कुछ स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो सेल्फ स्टडी करके कोचिंग की जरूरत को महसूस भी नहीं होने देते। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां मोहल्ले चंडीगढ़ की रहने वाली एक महिला चंद्रज्योति सिंह ने बिना कोचिंग का सहारा लिए ही सेल्फ स्टडी करके सबसे कठिन परीक्षा मानी जाने वाली यूपीएससी को 28 वी रैंक के साथ पास किया। चंद्र ज्योति की यह सफलता उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो कोचिंग में न जाने के कारण यूपीएससी की तैयारी करना छोड़ देते हैं।

सैनिक की बेटी बने आईएएस अधिकारी

मोहल्ले की रहने वाली चंद्र ज्योति सिंह के पिता भारतीय सेना में हैं जबकि उनकी माता एक ग्रहणी है। सेना में होने के कारण है चंद्र ज्योति की शुरुआती पढ़ाई एक जगह पर नहीं हो पाई और वह पिता के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में गई। चंद्र ज्योति ने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद ही यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया। दिल्ली में जहां यूपीएससी की तैयारी करने वाले सभी स्टूडेंट्स कोचिंग का सहारा लेते हैं वही चंद्र ज्योति ने किसी भी कोचिंग का सहारा लिए बिना यूपीएससी पास किया।

चंद्र ज्योति के अनुसार किसी भी परीक्षा की तैयारी करने के लिए self-study सबसे महत्वपूर्ण होती है इसलिए उन्होंने कोई भी कोचिंग संस्थान ज्वाइन नहीं किया। चंद्र ज्योति का बचपन से ही यूपीएससी पास कर आईएएस बनने का सपना था जिसे उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ हासिल कर लिया और आज वह एक काबिल आईएएस अफसर बनकर देश की सेवा कर रही हैं। किसी भी कोचिंग का सहारा ना लेने के पीछे एक कारण यह भी है कि पिता सेना में थे जिसके कारण बार-बार अलग-अलग जगह पर पोस्टिंग होती थी, जिसके चलते वह कोई एक कोचिंग सेंटर में नहीं जा सकती थी।

चंद्र ज्योति ने बताया कि वह रोज 1 घंटे अखबार पढ़ती थी इसके अलावा जो भी जरूरी टॉपिक्स होते उनके नोट्स बना कर पढ़ाई किया करती थी शुरुआत में वह रोज 6 से 8 घंटे पढ़ाई करती थी लेकिन जब एग्जाम नजदीक आया तो उन्होंने 10 घंटे पढ़ाई करना शुरू कर दिया। जिसके बाद अपनी मेहनत और जुनून के बदौलत पहले ही प्रयास में 28 वी रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास की। इस समय चंद्र ज्योति की उम्र मात्र 22 वर्ष थी।

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