भारत में कौन बनेगा करोड़पति काफी सालों से चलने वाला एक रियलिटी शो है। इस रियलिटी शो में काफी लोकप्रियता हासिल की है और यहां से काफी लोग करोड़पति बन कर भी निकले हैं। आज हम आपको एक ऐसे बच्चे के बारे में बताते हैं जिसने दसवीं क्लास में पढ़ते हुए कौन बनेगा करोड़पति में ₹10000000 की राशि जीती लेकिन इसके बाद इस बच्चे ने बड़े होकर और भी बड़ा कमाल कर दिखाया।
हम बात कर रहे हैं राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले रवी मोहन सैनी के बारे में जो दसवीं क्लास में रहते हुए कौन बनेगा करोड़पति में एक करोड़ रुपए जीतकर आए थे। आज वह एक आईपीएस अधिकारी हैं और गुजरात के पोरबंदर में पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं। रवी मोहन के पिता नौसेना के रिटायर्ड अफसर हैं पिता की पोस्टिंग वजह से उनकी स्कूल की पढ़ाई विशाखापट्टनम स्थित नौसेना पब्लिक स्कूल से हुई। रवि ने बताया कि पिता के नेवी में होने के कारण उन्हें आईपीएस बनने की प्रेरणा मिली उनके पिता हमेशा उनके लिए आदर्श रहे हैं। उन्हें बचपन से ही कुछ बड़ा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
2001 में रवी मोहन ने कौन बनेगा करोड़पति जूनियर में एक करोड रुपए की रकम जीती थी। तब उनकी उम्र है 14 साल थी। रवी मोहन बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार रहे हैं। 12वीं कक्षा पास करने के बाद रवी मोहन ने जयपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया और एमबीबीएस की। एमबीबीएस के बाद इंटर्नशिप के दौरान सिविल सर्विसेज की परीक्षा भी दी थी जिसके चलते उनका सिलेक्शन भी हो गया था। रवि पहली बार 2012 में यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हुए जिसमें यूपीएससी प्री पास कर लिया लेकिन मेंस पास नहीं कर पाए।
रवि ने एक इंटरव्यू में बताया कि 2013 में उन्होंने एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें उन्हें भारतीय डाक और दूरसंचार विभाग में अकाउंट्स एंड फाइनेंस सर्विस के रूप में चुना गया। रवि ने यही हार नहीं मानी और एक बार फिर से 2014 में तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी। इस बार रवि ने ऑल इंडिया में 461 वी रैंक हासिल की। इसके बाद आईपीएस अफसर के रूप में सिविल सर्विसेज के माध्यम से देश की सेवा करने लगे। रवि ने आईपीएस बनने के बाद काफी जिलों में रहते हुए बदमाशों की हालत खराब कर दी और बहुत सारे अप’राधियों को जेल में भेजा है। रवी मोहन सैनी के नाम से ही अप’राधी खौफ खाते हैं।