हिंदुस्तान का पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश अपनी ख़ूबसूरती के लिए तो मशहूर है ही ,साथ ही साथ यहाँ पर कई गूढ़ रहस्य भी है जिन पर से आज तक प्रदा नहीं उठा .यहाँ पर उची उची पहाडियों पर बरफ की चादर चडी हुई है और उनके अंदर कई राज भी छिपे हुए है ,यहाँ पर कुछ स्थान ऐसे है जो की महाभारत काल से है .लेकिन कुछ स्थानों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है ,अगर हम कहे कुछ स्थानों पर छिपे हुए है अरबो खरबों खजाने के राज तो आप क्या कहेंगे .हिमाचल प्रदेश में एक झील ऐसी ही है जहा पर अरबो का खजाना छिपा हुआ है लेकिन अब तक किसी ने भी इसको निकालने की कोशिश नहीं की तो चलिए जानते है आखिर क्यों नहीं की गयी कोशिश .
कहा छिपा है खजाना
आज हम जिस जगह की बात कर रहे है वो जगह है ,कमरुनाग झील हिमाचल प्रदेश की कहा जाता है की इस झील में अरबो का खजाना छिपा हुआ है .यहाँ पर जून के महीने में बहुत धूमधाम से मेला लगता है ,और ये कहा जाता है की बाबा कमरुनाग पूरी दुनिया को इस दिन अपने दर्शन देते है .
क्यों नहीं करते कोशिश खजाना निकालने की
यु तो हिमाचल प्रदेश अपनी खूबसूरत वादियों के लिए मशहूर है ,इन वादियों को देखने के लिए देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी काफी लोग हिमाचल प्रदेश में आते है .इस खूबसूरत प्रदेश में एक ऐसी झील भी है जिसमे अरबो का खजाना छिपा हुआ है लेकिन आज तक किसी की हिम्मत नहीं हुई इस खजाने को निकालने की .
हिमाचल के जिले मंडी से 60 किलोमीटर दूर रोहांडा के घने जंगलो में कमरुनाग की झील में अरबो का खजाना छिपा हुआ है ,इस खजाने को न निकाल पाने की वजह भी बहुत अजीब है .यहाँ पर एक मशहूर मंदिर बना हुआ है और उसके पास ही कमरुनाग झील है ,जहा जून माह में विशेष मेला लगता है .
मनोकामना पूरी होने पर चडाते है सोना चांदी
दरसल इस मंदिर में लोग अपनी मन की मनोकामना पूरी होने के लिए आते है और मन्नते मांगते है ,और जब मन्नत पूरी हो जाती है तो इस झील में सोना चांदी और हीरे जवाहरात के साथ पैसे भी डालते है .ये परम्परा सदियों से चली आ रही है इस आधार पर ही ये कहा जाता है की इस झील में अरबो का खजाना होगा .
झील में भोग चडाने और पैसे डालने का एक समय है जिस समय मंदिर में आरती और भोग लगता है उस समय ही ये काम किया जाता है ,झील में इतना खजाना होने के बाद भी सुरक्षा का कोई भी इंतज़ाम नहीं .क्योकि यहाँ के लोग मानते है की इस खजाने की रक्षा खुद कमरुनाग बाबा करते है .