ईद का मौका था और कुछ मजदूरों ने नमाज अदा कर ली उसके बाद हंगामा मच गया। मामला है बद्रीनाथ धाम का। आपको बता दें कि ईद के मौके पर कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज पढ़ी जिसके बाद वहां के कुछ हिंदू संगठनों ने हंगामा मचा दिया। मामला धर्मस्थल मंत्री सतपाल महाराज तक पहुंचा इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और जिसके बाद नमाज अदा करने वाले लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिए। इस खबर को लेकर सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया जा रहा है और भ्रांतियां फैलाई जा रही है आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से इस खबर की सच्चाई बताने जा रहे हैं।
हिंदूवादी संगठन ने नाराजगी जाहिर करते हुए वीडियो शेयर किए
कुछ मुस्लिम लोगों के द्वारा बद्रीनाथ धाम मैं नमाज पढ़ने के बाद बवाल मच गया उसके बाद कुछ हिंदूवादी संगठनों ने विरोध कर वीडियो जारी किए हैं। इस वीडियो में स्थानीय लोग नाराज नजर आ रहे हैं कि बदरीनाथ धाम में मुस्लिम लोगों ने नमाज अदा की है।
पार्किंग का निर्माण चल रहा है
आपको बताना चाहेंगे कि बद्रीनाथ धाम में पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है जिसके चलते वहां पर कुछ मजदूर काम कर रहे हैं जिसके बाद मौके पर कुछ मजदूरों ने वहां पर नमाज पढ़ ली थी जिसके बाद से ही बवाल मच गया है। इस पर बद्रीनाथ धाम के श्रद्धालुओं और कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जाहिर की है। लोगों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा नमाज अदा की गई है जो निंदनीय है।
सतपाल महाराज ने दी थी ईद की बधाई
आपको बताना चाहेंगे कि इस घटना के कुछ देर पहले ही सतपाल महाराज ने मुस्लिम भाइयों को ईद की बधाई देते हुए ट्विटर पर ट्वीट किया था उन्होंने कहा “ईद मुबारक आपसी भाईचारे का प्रतीक पर्व ईद उल अजहा की आप सभी को शुभकामनाएं। जिसके बाद लोगों ने सतपाल महाराज को इस घटना की जानकारी दी और इस पर कार्रवाई करने की मांग की।
सतपाल महाराज ने स्थानीय पुलिस को जांच करने के लिए कहा है। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और कुछ लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
क्या कहा पुलिस ने
पुलिस ने कहा कि बद्रीनाथ धाम में नमाज अदा करने पर कोई रोक नहीं है लेकिन इस समय यह कोरोना के चलते कोरोना गाइडलाइन के खिलाफ है । ऐसे में श्रमिकों द्वारा एक ही कमरे में नमाज अदा करना उचित नहीं था। जिसके बाद इन श्रमिकों के खिलाफ कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है।