किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए उसमें टैक्स का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होता है। देश में रहने वाले लोग जब सुचारू रूप से सरकार के नियमों का पालन करते हैं और टैक्स भरते हैं तब उससे अर्थव्यवस्था बेहद मजबूत होती है। इनकम टैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल भी भारत में 6 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपने टैक्स को समय से चुकाया है। हालांकि अब तो यह तारीख समाप्त हो चुकी है लेकिन अभी भी आप अपने टैक्स को चुका सकते हैं। आपको बता दें कि आम नागरिक जहां एक तय सीमा में टैक्स चुकाते हैं वही भारत के सबसे बड़े उद्योगपति भी टैक्स भरने में बिल्कुल पीछे नहीं रहते। आइए आपको मिलाते हैं भारत के उन बड़े उद्योगपतियों से जिन्होंने इस साल सबसे ज्यादा टैक्स भरा है और उनकी वजह से भारत की अर्थव्यवस्था काफी सुधरी है।
टाटा कंपनी
टाटा मोटर्स ने इस साल टैक्स भरने के मामले में पहला स्थान प्राप्त किया है। टाटा मोटर्स की तरफ से इस साल 11536 करोड़ रुपए का टैक्स भरा जा चुका है। वहीं टाटा स्टील ने 11079 करोड़ रुपए का टैक्स भुगतान किया है। इन दोनों ही कंपनियों ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को टैक्स देने के मामले में काफी पीछे छोड़ दिया है जिसकी वजह से ही टाटा भारत को नंबर एक देश बनाने में सबसे ऊपर नजर आती है।
जिंदल ग्रुप
जिंदल ग्रुप जो जेएसडब्ल्यू स्टील की कंपनी के नाम से पहचानी जाती है इस कंपनी ने इस साल 8013 करोड़ रुपए का टैक्स भरा है। यह टाटा कंपनी के बाद दूसरा सबसे ज्यादा भरा जाने वाला टैक्स अमाउंट है। यह रकम इस कंपनी के कुल रेवेन्यू का 6.6 फीसद है। जिंदल ग्रुप के बाद बात करें सबसे ज्यादा टैक्स देने वाली कंपनी की तो एलआईसी भी उससे ज्यादा पीछे नहीं है। एलआईसी ने इस साल 7 करोड़ 90 लाख रुपए टैक्स के रूप में भरे हैं जिससे साफ पता चलता है कि एलआईसी की वजह से भी भारतीय अर्थव्यवस्था काफी सुदृढ़ हुई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज
मुकेश अंबानी जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक है वह इस बार टैक्स चुकाने के मामले में टाटा कंपनी से काफी पीछे नजर आ रहे हैं। साल 2022 की समाप्ति पर रिलायंस इंडस्ट्रीज की तरफ से सरकार को कुल 7702 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था। यह रकम रिलायंस इंडस्ट्रीज के रेवेन्यू का 1.65 फीसद है। मुकेश अंबानी आमतौर पर तो टैक्स भरने के मामले में सबसे आगे रहते हैं लेकिन पिछले साल वह काफी पीछे रह गए थे।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन
भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने भी भारत की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम योगदान दिया है। पूरे देश भर में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के पेट्रोल पंप मौजूद है और यह कंपनी सबसे ज्यादा टैक्स चुकाने के मामले में भी सबसे ऊपर खड़ी नजर आती है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की तरफ से सरकार को 7549 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। यही वजह है कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को सरकारी मान्यता प्राप्त है और इन बड़ी कंपनियों की वजह से हीं भारत एक प्रगतिशील देश की राह पर चल पड़ा है।