दोस्तों इस दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी होते है जो अक्सर ऐसे काम कर जाते है जिनको सुन कर एक बार तो आदमी का सर भी चकरा जाये ,आपने माउंटेन मेन माझी के बारे में तो सुना ही होगा जिन्होंने पहाड़ काट कर सड़क बना दी थी .पर आज हम आपको जिनके बारे में बताने जा रहे है उनका काम भी माझी से कम नहीं है ,जिनके बारे में हम आपको बता रहे है उनका नाम है भैयाराम जिन्होंने अपने अकेले के दम पर चालीस हजार (fourty thousand ) पेड़ लगा दिए तो चलिए उनके बारे में विस्तार से जानते है .
क्यों शुरू किया पेड़ लगाने का काम
भैया राम के तीन बच्चे हुए और वो सब मर गए उसके बाद उनकी पत्नी भी ख़तम हो गयी तो भैया राम ने कसम उठा ली अब से वो अपने लिए कुछ नहीं करेंगे अब जो भी करेंगे वो दुसरो के लिए करेंगे .जब उन्होंने पेड़ लगाने की सोची तो काफी लोगो ने अड़चन पैदा की ,उनके रिश्तेदार और उनके गाव वाले उनकी इस बात को सुन कर हसने लगे और भैयाराम को पागल तक बताने लग गए .
लेकिन भैया राम ने किसी की भी कोई परवाह नहीं की और अपने दम पर इतने पेड़ लगाये की वो पूरा जंगल ही बन गया उन्होंने अब तक तक़रीबन चालीस हजार पेड़ लगा दिए होगे .भैया राम उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के भरतपुर गाव के रहने वाले है और जब गर्मी का मौसम आता था वहा पर सुखा नजर आता था .लेकिन जब भैया राम ने पेड़ लगाने शुरू किये तो उसके बाद गाव के बहार छोटे से पहाड़ पर हरियाली ही हरियाली नजर आने लगी .
कब की पेड़ लगाने की शुरवात
भैया राम ने 2007 में पेड़ लगाने की शुरवात की और तब से ले कर उन्होंने इतने पेड़ लगा दिए है की लोग इनकी वाह वाही कर रहे है .वो सरकार से भी कहते है जो पेड़ काट दिए जाते है उनकी जगह दुसरे पेड़ लगाये जाए और जो पेड़ को काटने से रोका जाए ,दोस्तों अगर एक आदमी अपने दम पर इतने पेड़ लगा सकता है तो हम सब एक साथ मिल कर अगर ये काम करे तो कितने पेड़ लगा सकते है ये सोचिये क्योकि अगर पेड़ है तो हम है हमारी तरफ से भैया राम को बहुत बहुत बधाई .