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करवा चौथ के दिन करें इस तरह पूजा, पिता की उम्र होगी लम्बी भगवान होंगे खुश

भारत मे त्याहोर तो बहुत सारे आते हैं जिसे सभी लोग बिल्कुल मिल-झूल कर बनाते हैं. लेकिन कुछ त्याहोर ऐसे भी होते हैं जिन्हें पुरुष नही बना सकते हैं केवल ओर केवल महिलाएं ही बनाती हैं. जी हाँ हम बात कर रहे हैं महिलाओं के लिए सबसे मुख्य त्याहोर करवा-चौथ की. करवा चौथ भारत मे महिलाओं के लिए एक त्याहोर से बिल्कुल भी कम नही है क्योंकि इस दिन प्रत्येक भारतीय महिला अपने पति की लंबी उम्र के लिए उपवास रखती है ओर रात में चाँद निकलने के बाद ही उसे देखकर भोजन करती है. अपने पति की लंबी उम्र के लिए भारत की हर महिला करवा-चौथ का उपवास रखती हैं. आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से यह बातएगे कि किस तरह करवा चौथ का दिन उपवास रखा जाता है और रात में चाँद ओव देखने के बाद किस तरह अपने पति की आरती की जाती है ओर साथ ही यह भी बातएगे की आरती की थाली में क्या-क्या होना चाइए जिसकी वजह से आपका व्रत सम्पूर्ण हो और कैसे आपके पति की उम्र लंबी हो.

इस साल करवा चौथ 24 अक्टूबर को आने वाला है जिसके चलते प्रत्येक महिला उस सुबह से कुछ भी नही खाएगी ओर रात कक चाँद उगने के बाद फिर पति की आरती करने के बाद ही खाएगी. करवा- चौथ का व्रत महिलाएं अपने परम-परमेश्वर माने जाने वाले पति की लंबी उम्र के लिए ही करती हैं. यह व्रत हर शादी-शुदा महिला रखती है. इस व्रत में सबसे महत्वपूर्ण होता है कि रात में चाँद देखने के बाद किस तरह व्रत को खोले. इस उपवास में सबसे महत्वपूर्ण होता है आरती की थाली क्योंकि उसी पता चलता है कि आप कितने धार्मिक तरीके से ओर श्रद्धा से अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत रख रहे हो. आइये आपको बताते हैं कि करवा-चौथ की थाली में क्या-क्या होना चाइए जिससे आपका व्रत सम्पूर्ण हो.

1. आरती की थाली कांस्य (तांबे ) की ही होनी चाइए क्योंकि

रात को जब महिला चाँद देखने के बाद अपने उपवास को खोलती हैं तो उसमें सबसे महत्वपूर्ण होती हैं वह थाली जिससे वह अपने पति की आरती उतारती है. बोला जाता है कि यह थाली सिर्फ और सिर्फ कांस्य की ही होनी चाइए क्योंकि अगर साधारण थाली होगी तो आरती के समय इस्तमाल की जाएगी तो दिया जलाने के दौरान वह गर्म हो जाएगी और काली पड़ जाएगी जो बहुत ही अशुभ माना जाता है. कांस्य की थाली की तुलना में साधारण थाली बहुत जल्दी गर्म बो जाती है जिससे उसके हाथों से छूटने के डर रहता हैं. इसलिए करवा-चौथ की रात को पति की आरती उतारते समय सिर्फ और सिर्फ कांस्य की ही थाली का प्रयोग करे.

2. थाली में होना चाइए सिंधुर ओर साफ चावल , वजह हैं कि

करवा-चौथ का व्रत के दिन जब रात में महिला अपने पति की आरती उतारती है तो उस थाली में कुमकुम जरूर होना चाइए क्योंकि आरती करने के समय यह बहुत ही जरूरी होता है क्योंकि जब एक पत्नी अपने पति की आरती उतारती है तो सबसे पहले वह अपने पति के कुमकुम से तिलक लगाती हैं और उसके बाद उस फिर उस कुमकुम पर चावल लगती हैं. बिना कुमकुम ओर तिलक के आरती की थाली बिल्कुल अधूरी हैं. इसलिए आरती की थाली में जरूर कुमकुम ओर चावल होने चाइए.

3. थाली में जरूर होनी चाइए मिठाई , क्योंकि

करवा-चौथ की रात को पति की आरती करते समय एक पत्नी को कांस्य की थाली में पति की मनपसंद मिठाई जरूर से जरूर रखनी चाइए क्योंकि जब पत्नी अपने पति की आरती उतारने ने के लिए थाली त्यार करती है और उसके बाद उसे तिलक करती है तो उंस थाली में मिठाई जरूर होनी चाइए क्योंकि आरती करने से पहले पति को कुछ मीठा खिलाना चाइए ताकि सब कुछ शुभ हो. इसलिए आरती की थाली में मिठाई जरूर होनी चाइए.

4. थाली के साथ रखनी होगी जरूर एक छलनी , क्योंकि

जब महिला करवा-चौथ का उपवास रखती तो रात्रि में सिर्फ और सिर्फ चाँद को देखने के बाद उसके उपवास को सफल माना जाता है. रात को एक सुहागन अपने पति के लिए आरती की थाली सजाती है और उसके साथ-साथ एक छलनी भी रखती हैं ऐसा इसलिए क्योंकि पहले तो महिला उसमे से चाँद को देखती हैं और उसके बाद चाँद से सीधा अपने पति को उस छलनी में से देखती हैं. एक सुहागन महिला के लिए उसका पति बिल्कुल चाँद के समान होता हैं और यही कारण हैं जिसकी वजह से महिला चाँद के बाद अपने पति को छलनी में से देखती हैं.

5. तांबे के लौठे में रखना होगा पानी , इसलिए क्योंकि

एक महिला जब करवा-चौथ का व्रत करती है तो पूरे दिन भर पानी भी नही पीती है और रात होने के बाद ओर चाँद को देखने के बाद अपने पति के हाथों से पानी पीती हैं. जब एक महिला आरती की थाली सझाती हैं तो उसके साथ-साथ एक तांबे के लौठे में पानी भी भरकर थाली में रखना चाइए ताकि आरती पूरी होने का बाद उस महिला का पति उसे पानी पिला सके और उसके व्रत को सम्पूर्ण कर सके. एक औरत का उपवास जब ही सम्पन होता हैं जब रात को उसके पति उसके सामने खड़े रहे ताकि वह उसकी आरती उतार सके ओर वह अपना उपवास खोल सके.

इस 5 चीजो को अपनी करवा-चौथ की थाली में रखना बिल्कुल भी ना भूले क्योंकि इनके बिना एक सुहागन का उपवास बिल्कुल अधूरा होता हैं. इस तरह उपवास रखने से ओर रात को चाँद देखने के बाद अपने पति की आरती उतारने के बाद ओर फिर उनके हाथों से पानी पीने के बाद ही उपवास खोल सकती हैं.

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