Breaking News
Home / देश दुनिया / महात्मा गाँधी की पड़ पोती को मिली 7 साल की सजा जाने क्या है कारण

महात्मा गाँधी की पड़ पोती को मिली 7 साल की सजा जाने क्या है कारण

हमारे देश में कोई ही ऐसा आदमी होगा जो महात्मा गाँधी को नहीं जानता होगा जिन्होंने हमारे देश को आजाद करवाने में अपना योगदान दिया ,लेकिन आज ऐसा काम किया उनकी पड़ पोती ने की महात्मा गाँधी का नाम ख़राब कर दिया .महात्मा गाँधी की पड़ पोती को साउथ अफ्रीका में 7 साल की सजा मिली है एक धोखा धडी करने पर ,महात्मा गाँधी की पड़ पोती का नाम आशीष लता है और ये सजा उनको साउथ अफ्रीका की एक कोर्ट ने दी है .आशीष लता महात्मा गाँधी की पोती इला की बेटी है और इला नो साल तक वहा सांसद रह चुकी है ,जानिए मामला क्या है .

मामला 6 साल पुराना है 

दरसल आशीष लता ने दो बिज़नस मेन के साथ कुछ काम किया था ,उन दोनों बिज़नस मेन ने ही आशीष लता पर 6 साल पहले उन पर धोखा धडी में मामला दर्ज करवाया था .और अब उस मामले में कोर्ट ने आशीष लता को कोर्ट ने 6 साल की सजा सुनाई ,यहाँ पर कई प्रशन मन में है की आशीष लता साउथ अफ्रीका में क्या करती है और उनका महात्मा गाँधी के साथ क्या रिश्ता है .

कोन है आशीष लता 

दरसल आशीष लता एक  NGO के साथ जुडी हुई थी ,ये इसमें डायरेक्टर के पद पर काम करती है ये NGO अहिंसा के फील्ड में काम करता है .यहाँ पर लता अपने आप को एक प्रयावरण विद समाजिक और राजनितिक सुधारो में एक्टिविस्ट बताती है ,लता के इलावा गाँधी परिवार के बहुत से लोग भी सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में काम करते है .इसमें आशीष लता की माँ भी कई अच्छे कामो में जुडी हुई है और उनके इन कामो से सारी दुनिया में उनका नाम है और उनको साउथ अफ्रीका में इसके लिए समानित भी किया जा चूका है .

आशीष लता का महात्मा गाँधी के परिवार से क्या सम्बन्ध है 

आपको बता दे की महात्मा गाँधी के 4 बेटे थे ,जिनका नाम था हरिलाल ,मणिलाल ,देवदास ,राम गाँधी ,महात्मा गाँधी के दुसरे बेटे जो की मणि लाल थे वो 1897 में साउथ अफ्रीका गए थे .उन्होंने वहा जा कर एक अख़बार निकाला और धीरे धीरे अपना डेरा वही जमा लिया ,वही उन्होंने सुशीला से शादी कर ली .सुशीला से उनके तीन बच्चे हुए सीता ,इला और अरुण ये सब साउथ अफ्रीका के नागरिक है ,जबकि इनमे से अरुण ने अमेरिका की नागरिकता ले ली .आशीष लता मणि लाल की बेटी इला की बेटी है .

About Mohit Swami

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *