आईएएस अधिकारी बनना हर एक भारतीय का सपना होता हैं. एक आईएएस बनने के लिए बहुत ज्यादा काबिलियत चाइए होती हैं. आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल के बारे में भारत की एक ऐसी आईएएस अधिकारी के बारे में बातएगे जो कि ने-त्रहीन हैं फिर भी उसने बहुत अच्छे अंकों से आईएएस के एग्जाम को क्रैक किया हैं. कोई सपने में भी नही सोच सकता कि एक नेत्रहीन महिला कभी आईएएस अधिकारी भी बन सकती हैं. लेकिन महिला ने ना मुमकिन को मुमकिन करके दिखया ओर आईएएस जैसे बड़े पद को हासिल करके लोगो के सामने उदहारण तैयार किया है कि अगर आप ठान ले तो कुछ भी म-र सकते हैं और किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं.
6 साल की उम्र में ही खो दी थी अपनी रोशनी , आज बन गई है आईएएस अधिकारी
जिस महिला की हम बात मर रहे हैं वह भारत म महारास्ट्र राज्य की रहने वाली हैं. इस महिला का नाम प्रांजल पाटील हैं. प्रांजल पाटिल एक बहुत ही मेहनती महिला हैं. प्रांजल का जन्म हुआ था तो उसकी आँखों की रोशनी बहुत ज्यादा कम थी. जब प्रांजल 6 साल की हुई तो उसने पूरी तरह से अपनी आँखों की रोशनी खो दी थी. लोगो का कहना था कि प्रांजल अब जीवन मे कुछ भी नही कर सकती है. लेकिन प्रांजल ने सभी लोगो को गलत साबित कर दिया ओर सिविल सर्विसेज जैसे कठिन एग्जाम को पास करके लोगो के सामने मिसाल पेश की हैं.
क्लास की टॉपर के नाम सर जानी जाती थी प्रांजल पाटिल
प्रांजल पाटिल शुरुआत से ही पढ़ाई में बहुत ज्यादा होशियार थी. प्रांजल ने सेंट जेवियर्स कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की हैं. उसके बाद प्रांजल ने दिल्ली जाकर जवाहरलाल नेहरू कॉलेज से अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी की हैं. प्रांजल पाटिल ने साल 2016 में पहली बार आईएएस का एग्जाम दिया था इस परीक्षा में प्रांजल ने 744 वा स्थान प्राप्त किया था लेकिन इंटरव्यू को पास नही मर पाई थी.
मानी नही हार , फिर से जुट गई पढ़ाई में ओर कर दिया आईएएस एग्जाम क्रैक
आईएएस प्रांजल ने हार नही मानी और अगले साल 2017 में फिर से यूपीएससी का एग्जाम दिया . इस बार प्रांजल ने पूरे भारत मे 124 वा स्थान प्राप्त किया. प्रांजल पाटिल उन लोगो म लिया उदहारण हैं जो हार मान जाते हैं आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रांजल पाटिल ने ने-त्रहीन होने के बाद भी आईएएस एग्जाम को पास किया वह भी बहुत अच्छे नंबरो से. प्रांजल पाटिल ने आईएएस के एग्जाम में कुल 1076 अंक प्राप्त किए जिसमे से 900 अंक तो केवल लिखित एग्जाम में हासिल किए थे बाकी बचे हुए 176 नंबर इंटरव्यू में हासिल किए हैं.