भारत का हर युवा आगे चलकर सिविल सर्विसेज के माध्यम से देश सेवा करना चाहता है। भारत में सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सबसे उच्च श्रेणी की परीक्षा यूपीएससी की मानी जाती है जिसके द्वारा आईएएस, आईपीएस जैसे बड़े अधिकारियों का चयन होता है। यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए लोग काफी सालों तक मेहनत करते हैं। सामान्य तौर पर शादी के बाद महिला की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है और उसे अपने ससुराल के सभी सदस्यों का ध्यान रखना पड़ता है। समाज में अधिकतर देखा जाता है कि सास बहू के काफी झगड़े होते हैं। सास बहू के रिश्ते को लेकर काफी चुटकुले भी बने हुए हैं। सास बहू की सोच हमेशा एक दूसरे से विपरीत रहती है। वह कभी भी किसी एक बात के लिए सहमत होते नजर नहीं आते, लेकिन इन सब बातों को एक सास और बहू की जोड़ी ने गलत साबित कर दिया है। आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
सास ने बहू को बेटी से भी बेहतर पढ़ाया
आज हम बात कर रहे हैं गाजियाबाद के रहने वाले मंजू अग्रवाल की, जो एक अनपढ़ है लेकिन इसके बावजूद भी उनकी सोच शिक्षित लोगों से भी कहीं बेहतर है। सामान्य तौर पर समाज में सास अपने बहू पर काफी प्रतिबंध लगा देते हैं जिनके चलते उनका आगे बढ़ने का सपना खत्म हो जाता है। अशिक्षित मंजू अग्रवाल मैन अपनी बहू को पढ़ने से नहीं रोका और उसे पढ़ाई के लिए बार-बार प्रोत्साहित करते रहे। मंजू अग्रवाल की बहू का नाम आदित्य है और वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थी।
वर्ष 2015 में आदित्य की शादी निशांत अग्रवाल के साथ कर दी गई। इसके बाद आदित्य अपने ससुराल आ गई जहां उसे मां के रूप में सास मिली। सामान्य तौर पर सास बहू के झगड़े देखना हो मिलते हैं लेकिन इस सास बहू की जोड़ी ने एक अलग ही मिसाल कायम की है। मंजू घर वालों ने अपनी बहु को बेटी की तरह पढ़ाया और बेटी से भी बेहतर शिक्षा देने की कोशिश की। सास के साथ-साथ आदित्य के ससुर ने भी हमेशा उसका साथ दिया।
आईएएस अधिकारी बनकर किया परिवार का नाम रोशन
आदित्य ने अपने सास ससुर और पति के सहयोग की बदौलत बेहतरीन शिक्षा प्राप्त की। परिवार वालों ने जब पूरी तरह सपोर्ट किया था आदित्य ने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू किया इसके बाद उन्होंने पहले प्रयास में ही यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली और आईएएस अधिकारी बन गई। यूपीएससी में आदित्य ने 282 की रैंक हासिल की। शादी होने के बाद अपने साथ के सहयोग से यह सफलता हासिल करने के बाद उन्होंने एक नई मिसाल कायम की है और दुनिया में यह संदेश दिया है कि सास बहू का रिश्ता बहुत बेहतर हो सकता है और अगर एक बहू को बेटी की तरह माना जाए तो घर में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।