महंगाई के इस दौर में जहां एक तरफ कुछ लोग ऐसे होते हैं जो आम जनता से किसी भी तरह से पैसे निकलवाना चाहते हैं वहीं दूसरी तरफ शिवम सोनी नाम का एक शख्स ऐसा भी है जो सिर्फ ₹10 में भूखे और बेसहारों को ऐसा भरपेट और स्वादिष्ट भोजन मुहैया करवाता है जिसकी बराबरी कोई नहीं कर सकता। बहुत कम ऐसे लोग होते हैं जो बेसहारों का दर्द अपनी दर्द की तरह समझते हैं और इंदौर के रहने वाले कुछ ऐसे ही शख्स हैं शिवम सोनी जिन की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम होती है। सोशल मीडिया पर हाल ही में आनंद महिंद्रा ने एक युवक की वीडियो साझा की है जिसमें शिवम सोनी नाम का युवक सिर्फ ₹10 में अपने ढाबे पर गरीब और लाचार ओ को भरपेट भोजन मुहैया करवाता है और यही नहीं ₹10 में भोजन भी इतना स्वादिष्ट होता है कि हर कोई उनकी तारीफ करता नजर आता है और आइए आपको बताते हैं कैसे इस युवक के आगे आनंद महेंद्र भी नतमस्तक नजर आए.
शिवम सोनी ने खोल रखा है अपना खुद का ढाबा, आनंद महिंद्रा ने साझा की वीडियो
आनंद महिंद्रा जो विश्व के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक हैं हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर शिवम सोनी नाम के युवक की एक बहुत ही खूबसूरत वीडियो साझा की है जिसमें यह युवक एक ढाबा चलाता है जिसका नाम है हंगर लंगर। दरअसल इस ढाबे में सिर्फ ₹10 में भरपेट भोजन मुहैया करवाया जाता है और इसी वजह से इस युवक से प्रेरित होकर आनंद महिंद्रा ने यह वीडियो साझा की है और यह कहा है कि इस बड़े दिल वाले युवक ने उनका दिल जीत लिया। इसी वीडियो में यह भी बताया गया है कि आखिर क्यों शिवम सिर्फ ₹10 में ही गरीब और बेसहारों को भोजन मुहैया करवाते हैं और आइए आपको बताते हैं कैसे शिवम ने खुद इस बात की जानकारी साझा की है कि आखिर किस वजह से वह सिर्फ ₹10 में लोगों को स्वादिष्ट भोजन मुहैया करवाते हैं.
शिवम सोनी ने छोड़ दिया था अपना कॉलेज, इस तरह से मिला था ₹10 में खाना खिलाने का आईडिया
शिवम सोनी जो रातों-रात अब आनंद महिंद्रा की वजह से लोकप्रिय हो गए हैं क्योंकि उन्होंने ₹10 में हंगर लंगड़ शुरू किया था जो अब लोगों को खूब पसंद आ रहा है और लोग उनकी जमकर तारीफ करते नजर आ रहे हैं उसके बारे में उन्होंने बताया है कि दरअसल उन्होंने कम उम्र में ही कॉलेज से पढ़ाई छोड़ दी थी जिसकी वजह से घर वालों ने उन्हें निकाल दिया था लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी थी। शिवम ने बताया कि जब उन्होंने अपने घर को छोड़ दिया तब दूसरे शहर में आकर वह गुरुद्वारे के लंगर में खाना खाया करते थे और उस खाने की वजह से ही उन्हें यह आईडिया मिला कि उनके जैसे कई गरीब और बेसहारे होंगे जिन्हें उचित दाम में खाना नहीं मिल रहा होगा और इसी वजह से शिवम ने यह दिमाग लगाया और उन्होंने अपना यह ढाबा सिर्फ ₹10 में ही गरीब और बेसहारों के लिए खोल दिया जो अब बहुत लोकप्रिय हो चुका है।