अरुण गोविल छोटे पर्दे और बॉलीवुड के एक ऐसे अभिनेता रहे हैं जिन्होंने रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण में श्री राम का किरदार निभाया था। रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण की प्रसिद्धि इतनी ज्यादा थी कि 90 के दशक में जब इस धारावाहिक का प्रसारण होता था तब सभी लोग अपने परिवार जनों के साथ टेलीविजन के सामने चिपक कर बैठ जाते थे और सबसे अच्छी बात जो लोगों द्वारा होती थी वह यह थी कि रामायण के सम्मान में सभी लोग अपने जूते और चप्पलों को घर के बाहर कर देते थे। इसी धारावाहिक में श्री राम का किरदार अरुण गोविल निभाते थे जिनकी लोकप्रियता इतनी ज्यादा हो गई थी कि असल जिंदगी में भी उन्हें देखकर लोग श्रीराम का दर्जा देने लगे थे और आइए आपको बताते हैं हाल ही में कैसे यह अभिनेता जब एयरपोर्ट से मुंबई के लिए रवाना हो रहे थे तब एक महिला उनके चरणों में शीश झुकाने लगी उसके बाद अरुण गोविल ने खुद इस वाक्य के बारे में विस्तार से बताया.
अरुण गोविल भी हो गए इस दृश्य को देख भावुक, महिला चरणों में शीश नवाकर करने लगी राम राम
रामानंद सागर द्वारा निर्देशित धारावाहिक रामायण आज भी छोटे पर्दे पर प्रसारित होने वाले सबसे बेहतरीन धारावाहिकों में से एक माना जाता है। इस धारावाहिक में काम करने वाले सभी किरदारों सभी लोगों को बहुत ज्यादा लगाव हो गया था और सबसे ज्यादा तो लोग श्री राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल से प्रभावित थे क्योंकि लोगों का मानना था कि साक्षात अरुण गोविल के अंदर श्री राम बसते हैं। अरुण गोविल उन दिनों जहां कहीं भी जाते थे तब सभी लोग उनके आगे हाथ जोड़कर खड़े हो जाते थे और यह कहते थे कि आप साक्षात प्रभु श्री राम के अवतार हैं और आइए आपको बताते हैं हाल ही में कैसे अरुण गोविल ने अपनी उस घटना का जिक्र किया है जिसमें एक महिला उनके चरणों पर आकर गिर पड़ी और उन्हें श्री राम कहकर संबोधित करने लगी थी.
अरुण गोविल भी हो गए थे निशब्द, महिला ने चरण पकड़ कर लगाया जय श्रीराम का जय कारा
अरुण गोविल ने रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण में श्री राम का किरदार निभाया था और उनके द्वारा कई ऐसे किस्से सुनने को मिले हैं जिसमें सभी लोग उन्हें भगवान श्रीराम का दर्जा देते नजर आए हैं। हर किसी का यही मानना है कि अरुण गोविल से बेहतरीन श्री राम का किरदार और कोई नहीं निभा सकता और कहीं ना कहीं लोगों की यह बात सत्य है और हाल ही में इसी का जिक्र एक बार फिर से अरुण गोविल ने किया जब वह मुंबई से रवाना हो रहे थे। अरुण गोविल ने बताया कि काफी समय के बाद वह मुंबई से बाहर जाने की सोच रहे थे और जैसे ही वह एयरपोर्ट पर पहुंचे तब एक महिला भागते हुए उनके पास आई और चरणों में गिरकर जय श्री राम करने लगी। अरुण गोविल ने बताया कि वह निशब्द थे कि आखिर इस समय में क्या किया जाए लेकिन उन्होंने वहां पर कुछ ना करना ही उचित समझा और उसके बाद महिला को उन्होंने सम्मान पूर्वक फूल देकर विदा किया।