रामानंद सागर द्वारा निर्देशित रामायण में जितने भी पात्र थे सभी लोगों को लोग बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखते थे।चाहे इस शो में काम करने वाली दीपिका चिखलिया हो जिन्होंने मां सीता का किरदार निभाया हो या फिर अरुण गोविल हो जिन्होंने श्री राम का किरदार निभाया हो हर किसी को यह बड़े सितारे बहुत पसंद आए थे। अरुण गोविल को तो अभी भी जब लोग देखते हैं तब उन्हें श्री राम कहकर ही संबोधित करते हैं जो दर्शाता है कि अरुण गोविल ने कितने शानदार तरीके से श्रीराम का चित्रण धारावाहिक में पर्दे पर उतारा था. अरुण गोविल जो श्री राम का किरदार निभाते थे उनके साथ एक सीडी खूबसूरत बात हुई थी जब उनके अंदर खुद श्रीराम का निवास हो गया था। आइए आपको बताते हैं कैसे जब अरुण गोविल श्री राम का किरदार पर्दे पर निभा रहे थे तब एक महिला अपने एक ऐसे बच्चे को ले आई थी जो बिल्कुल भी ठीक हालत में नहीं था लेकिन अरुण गोविल ने कुछ ऐसा किया था कि आज भी लोग इसे चमत्कार मानते है।
अरुण गोविल के चरणों में मां ने कर दिया था अपने बच्चे को समर्पित, फिर हुआ था ये चमत्कार
छोटे पर्दे के कई धारावाहिकों में अरुण गोविल ने अपनी शानदार भूमिका निभाई थी लेकिन उन्हें असली पहचान श्री राम का किरदार निभाने से ही मिली थी। अरुण गोविल को जिस किसी ने भी रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में श्री राम का किरदार निभाते देखा था तो सभी लोग उनकी तारीफ करते नजर आते थे। अरुण गोविल के साथ इस धारावाहिक के दौरान एक बहुत ही खूबसूरत बात हुई थी जब वह एक गांव में श्री राम का किरदार निभा रहे थे तब एक महिला अपने बच्चे को लेकर आ गई और वह लोगों से पूछने लगी कि श्री राम किधर है। उसके बाद उस महिला ने उस बच्चे को अरुण गोविल के चरणों में समर्पित कर दिया और यह कहा कि इसकी हालत ठीक नहीं है। आइए आपको बताते हैं फिर अरुण गोविल ने ऐसा क्या किया जिसे देखकर सभी लोग उन्हे हाथ जोड़कर श्री राम का अवतार मानने लगे।
अरुण गोविल ने खराब हालत में बच्चे को देखकर किया यह चमत्कार, पढ़कर आप भी नही कर पाओगे यक़ीन
अरुण गोविल जब रामायण धारावाहिक में श्री राम का किरदार निभा रहे थे उसी दौरान एक महिला ने अपने बच्चे को उनके चरणों में समर्पित कर दिया था और यह कहा कि इसे बचा लीजिए। दरअसल वह महिला बहुत गरीब थी और उसके पास अपने बच्चे को ठीक करने के लिए पैसे नहीं थे जिसके बाद अरुण गोविल ने उस महिला को पैसे दिया और यह कहा कि इसे जल्दी से ठीक करवा लीजिए। साथ में अरुण गोविल ने उस बच्चे के माथे पर हाथ भी फेरा और यह कहा कि 3 दिनों में यह बच्चा ठीक हो जाएगा। ठीक 3 दिन के बाद वह महिला फिर से अरुण गोविल के पास आई और उन्होंने जय श्री राम का नारा लगाते हुए यह बताया कि उनका बच्चा अब पूरी तरह से ठीक हो गया है। अरुण गोविल के इस चमत्कार को देखकर हर कोई उन्हें श्री राम का अवतार मानने लगा।