इसरो के द्वारा 23 अगस्त को बहुत ही सफलतापूर्वक निर्माण किया गया चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर पहुंच गया है। हर भारतवासी इस गौरव कर देने वाले पल पर खुशियां मनाता नजर आ रहा था और हर किसी का यही कहना था कि इसरो के वैज्ञानिकों ने यह बहुत ही शानदार उपलब्धि हासिल की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद लोगों को संबोधित करते हुए यह कहा था कि यह किसी एक व्यक्ति की वजह से नहीं हुआ है बल्कि इसके पीछे हर भारतवासी का अहम योगदान है। आइए आपको बताते हैं इसरो के किन महत्वपूर्ण वैज्ञानिकों ने अहम योगदान देते हुए इस मुकाम को हासिल करने में खूब मेहनत की है।
एस सोमनाथ
इसरो के अध्यक्ष इस सोमनाथ को इस मिशन का सबसे अहम सदस्य माना जाता है। चंद्रयान-2 जब असफल हुआ था तब इस सोमनाथ की आंखों में आंसू देखे जा रहे थे लेकिन उसके बाद भी उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी और आज उनकी बदौलत भारत चांद पर कदम रखने में कामयाब हुआ है। इसरो में ज्वाइन होने से पहले भी वह कई स्पेस क्लब में अध्यक्ष के रूप में कम कर चुके थे जिसकी वजह से उनके पास अच्छा खासा अनुभव है।
पी विरमुथुवेल
पी विरमुथुवेल ने साल 2019 में चंद्रयान-3 के अध्यक्ष की जिम्मेदारी ली थी। वह इस मिशन में डायरेक्टर के पद पर तैनात थे और बहुत ही शानदार अंदाज में उन्होंने अपने काम को अंजाम दिया। चंद्रयान 2 में भी इनका अहम योगदान था और इसी वजह से चंद्रयान-3 में भी उन्होंने आगे से आकर इसकी अगुवाई की।
एस उन्नीकृष्णन नायर
वीएसएससी के पद पर एस उन्नीकृष्णन नायर बतौर डायरेक्टर इस समय मौजूद है। इस पद को संभालने से उसके पहले वह कई की फंक्शन के इंचार्ज रह चुके हैं जिसकी वजह से उन्हें चंद्रयान की अच्छी खासी नॉलेज प्राप्त है। एस उन्नीकृष्णन नायर बहुत ही सुलझे हुए व्यक्ति हैं और उन्होंने इस मिशन को सफल बनाने में काफी अहम योगदान दिया है।
ए राजराजन
ए राजराजन को एक बहुत ही सफल वैज्ञानिक माना जाता है। वर्तमान में वह ना सिर्फ इसरो से जुड़े हुए हैं बल्कि वह सतीश धवन स्पेस सेंटर के डायरेक्टर भी हैं। जिसकी वजह से ही उनके पास भी काफी अच्छी जानकारी है। 2010 और 2011 के अलावा साल 2015 में भी इसरो की तरफ से उन्हें टीम एक्सीलेंस के अवार्ड से नवाजा जा चुका है। जिससे साफ पता चलता है कि वह किस तरह के इंसान है और उनकी क्या उपलब्धियां है।
एम शंकरण
एम शंकरन वर्तमान में इसरो के सबसे सफल वैज्ञानिकों में से एक है। साल 2021 में एम शंकरन ने यू आर राव सैटेलाइट सेंटर के डायरेक्टर पद को संभाला था। एम शंकरण को सेटेलाइट के निर्माण में महारत हासिल है। जिसकी वजह से ही वह चंद्रयान-3 को बनाने में काफी अहम योगदान दे चुके हैं। जिसकी वजह से लोग उनकी उपलब्धि की खूब तारीफ करते नजर आते हैं। इन सभी वैज्ञानिकों के अलावा भी इसरो में कई ऐसे महान वैज्ञानिक है जिन्होंने इस मिशन को सफल करने में अहम योगदान दिया है जिसकी सभी लोग खूब तारीफ कर रहे हैं और उनकी वजह से पूरा भारतवर्ष आज खुद पर गर्व कर रहा है।