लता मंगेश्कर देश की स्वर्ण कोकिला जिनकी मधुर आवाज सुनकर देश का हर व्यक्ति बड़ा हुआ है, ये एक ऐसी गायिका थी जिनका नाम और काम सिर्फ एक तरफ़ा था. लता जी के गाने हर किसी व्यक्ति की जुबान पर हुआ करते थे आखिर उन्होंने 1100 से भी ज्यादा हिट गाने जो देश को दिए थे. पैसो के साथ साथ लता मंगेशकर जी ने नाम भी अच्छा खासा कमाया है.
संगीत में जब भी बात होती है तो लता जी का नाम आना स्वाभाविक है, मगेशकर जी की आवाज किसी कोयल से काम नहीं थी. ,लता जी की तुलना देवी से करि जाती थी. शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसको मंगेशकर जी के गाये हुए गाने पसंद नहीं आये होंगे। जो भी एक बार भी गाने सुनता था उनके वो उनका फैन बन जाता था.
देश को लता मंगेशकर जी ने कुछ महीनो पहले कहा अलविदा
देश ने कुछ समय पहले ही एक स्वर्ण खोया है वो और कोई नहीं बल्कि खुद कोयल जैसी मधुर आवाज वाली लता ,मंगेशकर जी है. अभी हाल ही में ही उन्होंने अपनी आंखरी साँसे ली. उनके जाने के बाद पूरा देश ही उदास बैठा था. देश में हर किसी व्यक्ति की आँखों में नमि थी. लेकिन आज हम ये बात करने यहाँ नहीं आये है आज हम आपको बताएँगे की आखिर क्यों लता मंगेशकर जी बिना शादी के अपनी मांग में सिंदूर भरती थी. ये वजह से तो हम सब ही जानना चाहते है. चलिए आगे आप ये आर्टिकल पढ़ते रहिये और हम आपको बताएँगे की इस सच के पीछे क्या राज था जो की लता जी ने पुरे देश से छुपकर रखा था.
इस व्यक्ति के नाम का सिंदूर भरती थी लता मंगेशकर जी
देश की सबसे पसंदीदा सिंगर लता मंगेशकर जी अपनी मांग में सिंदूर भरती थी, शायद ही किसी ने इस छोटी सी चीज़ पर ध्यान दिया हो. लेकिन जिन्होंने इस बात पर ध्यान दिया होगा उनके मन में ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर क्यों लता जी ने सिंदूर भरा है बिना शादी करे. आप मत सोचिये हम आपको बताएँगे इस सचाई के पीछे का राज.
लता मंगेशकर एक राजा के बेटे से प्यारी करती थी हमें पता है आपको ये थोड़ा फिल्मी लगेगा लेकिन हम आपको असल कहानी ही बता रहे है। लता जी एक राजा के बेटे को प्यार करती थी लेकिन उनकी शादी राजा के बेटे से नहीं हो पाई थी चूँकि लता जी की आर्थिक स्थिति इतनी ख़ास नहीं थी. ये बात जो हम आपको बता रहे है ये उस समय की है जब लता जी ने जिंदगी में इतनी सफलता हासिल नहीं करि थी. हालांकि बाद में लता जी का रुतबा बी भी किसी राजा या रानी से काम नहीं था.
मंगेशकर जी के करीबी बताते है की उनके सिंदूर लगाने का कारण एक और था बहुत जान ने बाद पता लगा की वो अपने संगीत को ही पति मानती थी इसलिए वो सिंदूर लगाती थी. खैर ये राज तो अब लता जी के साथ ही चला गया. लेकिन आपको बतादे राजा वाली बात सच थी वो लता जी अपने प्रेम से काफी प्यार करती थी इसलिए ही उन्होंने आज तक शादी नहीं करि थी.