इस दुनिया में भाई और बहन का रिश्ता सबसे ज्यादा पवित्र होता है यह बात कई सदियों से कही जा रही है। आज के दौर में भी राखी की पवित्रता इतनी ज्यादा है कि अगर कोई लड़की किसी लड़के को अपना भाई मान लेती है तो उसे राखी बांधकर यह जताती है और भाई भी उस रक्षा सूत्र को पहनकर अपनी बहन की हर कदम पर रक्षा करने को तत्पर नजर आता है। ऐसी ही एक बहुत ही दिलचस्प और खूबसूरत घटना पिछले 17 सालों से देखने को मिल रही है जिसमें एक बहन अपने भाई से इतना अटूट प्रेम करती है कि वह उसे रक्षाबंधन के दिन मिलने के लिए 800 किलोमीटर दूर से आती है और आपको बता दें कि जिस भाई से मिलने वह आती है वह अब इस दुनिया में नहीं है। आइए आपको बताते हैं 800 किलोमीटर दूर आकर बहन क्यों अपने भाई के प्रतिमा को राखी बांधती है.
बहन और भाई का यह प्रेम है बहुत पवित्र, भाई की प्रतिमा पर बहन बांधती है राखी
भाई और बहन का रिश्ते को प्रेम का प्रतीक माना गया है और राजस्थान के फतेहपुर गांव में ऐसा ही एक खूबसूरत दृश्य हर साल रक्षाबंधन के मौके पर देखने को मिलता है जब एक बहन जिनका नाम उषा है वह 800 किलोमीटर दूर से चलकर अपनी भाई की प्रतिमा की सुनी कलाई पर राखी बांधने आती है। जिस भाई को बांधने के लिए बहन इतनी दूर से आती है दरअसल वह अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन बहन का ऐसा मानना है कि उसका भाई हर साल राखी के मौके पर उनका इंतजार करता है और इसी वजह से यह उनका फर्ज है कि अपने भाई की कलाई को रक्षाबंधन के दिन सुनी ना रहने दे। आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों पिछले 17 सालों से यह बहन अपने भाई के प्रतिमा को राखी बांधती आ रही है.
अपने भाई की प्रतिमा को इस वजह से बांधती है यह बहन राखी, गांव की अन्य महिलाएं भी करती है ऐसा
राजस्थान के फतेहपुर गांव में रक्षाबंधन के दिन हर साल कई महिलाएं एक शख्स की प्रतिमा पर राखी बांधती है। कई महिलाओं और बहनों ने बताया कि दरअसल वह इस प्रतिमा पर इस वजह से राखी बांधती है क्योंकि वह इस शख्स को अपना भाई मानती है और रक्षाबंधन के दिन किसी भी भाई की कलाई सुनी नहीं रहती है। दरअसल जिस शख्स के कलाई पर यह बहने राखी बांधती है उनका नाम धर्मवीर सिंह है जो कश्मीर की घाटी में भारत मां की सेवा कर चुके हैं। भारत मां की सेवा करने के दौरान ही उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी और यह सुनिश्चित किया था कि भारत की बहनों और मां पर कोई आंच नहीं आए और यही वजह है कि उनकी बहन सहित पूरे गांव की सभी महिलाएं उन्हें अपना भाई मानती है और रक्षाबंधन के दिन काफी दूर से भी महिलाएं आकर धर्मवीर सिंह की प्रतिमा पर राखी बांधती हैं और उन्हें मिठाई खिलाती है। जिस ने भी भाई और बहन का यह अटूट प्रेम देखा है तो उन्होंने धर्मवीर सिंह को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी है।