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रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी का हुआ स्वर्गवास, इस चीज़ से गुजर रहे थे

हिन्दू समाज (धर्म) के लिए सबसे शुभ और प्रसिद्ध ग्रंथ है रामायण. रामायण को महान ऋषिमुनि वाल्मीकि जी ने लिखा हैं. वाल्मीकि जी भगवान श्री राम के दोनो बेटो के गुरु थे. भारत मे बहुत सारे डायरेक्टर हैं जिन्होंने अपनी कला से लोगो के सामने एक नाटक के रूप में रामायण को पेश किया हैं लेकिन आज भी सबसे बहतरीन रामायण डायरेक्टर रामानंद सागर की मानी जाती हैं. रामानंद सागर ने अपनी इस रामायण में देश के कोने-कोने से लोगो को चुना था. यही कारण हैं जिसकी वजह से इस रामायण को इतना बेहतरीन माना जाता हैं. हालहि में ख़बर आई हैं कि रामानंद सागर जी की रामायण में रावण जैसा महत्वपूर्ण किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी का आज सुबह स्वास्थ्य खराब होने की वजह से स्वर्गवास हो गया हैं.

रावण के किरदार से किया था पूरे देश को अपना दीवाना

अरविंद त्रिवेदी जी आज सुबह हार्ट फैल होनेD की वजह से स्वर्गवास हो गया हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रामानंद सगार जी अरविंद जी को इस किरदार के लिए बहुत ज्यादा मुश्किल से ढूंढा था. अरिवंद गुजराती नाटकों में काम करते थे. एक बार गुजरात मे रामलीला का आयोजन हो रहा था. इस आयोजन में अरविंद जी ने रावण का किरदार निभाया था. अरिवंद त्रिवेदी की एक्टिंग रामानंद सागर के दिल को छू गई. कुछ इस तरह रामानंद सागर जी ने अरविंद त्रिवेदी को रावण म किरदार के लिए ढूंढा.

रावण के किरदार में अरविंद त्रिवेदी ने ही बढ़ाई रामानंद सागर की रामायण की शोभा

रामानंद सागर जी की रामायण को सबसे बेहतरीन रामायण माना जाता हैं क्योंकि इस रामायण में बताई गई एक-एक बात सत्य थी. बीते वर्ष जब सभी लोग घरों में बंद थे तो भारत सरकार ने लोगो के मनोरंजन के लिए DD NATIONAL चैनल पर इस कार्यक्रम का आयोजन करवाया था.

निभाया रावण का किरदार , फिर भी लोगो के दिलो पर करते थे राज

रामानंद सागर की रामायण में श्री राम का किरदार अरुण गोविल ने निभाया हैं ओर रावण जैसा महत्वपूर्ण और खतरनाक किरदार अरविंद त्रिवेदी जी ने निभाया हैं. बोला जाता है कि इस रामायण में राम से ज्यादा लोगो को रावण का किरदार पसन्द आया था. यही कारण हैं जिसकी वजह से अरविंद त्रिवेदी ने लोगो के दिलो में अपनी जगह बना ली थी. आज अरविंद त्रिवेदी जी हम सभी को छोड़कर चले गए है ,बस रह गई हैं तो सिर्फ और सिर्फ उनकी यादे , रामायण उनके बोले हुए उनके डायलॉग. अगर एक लाइन में बोला जाए तो हम सभी को अरविंद जी की कमी बहुत ज्यादा खलेगी.

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