भोलेनाथ के दीवाने अपने मगन में रहते हैं। भोलेनाथ के भक्तों के बारे में यही कहा जाता है कि उन्हें कोई भी सुध बुध नहीं रहती और बस वह भोलेनाथ के मगन में निरंतर पूजा-पाठ करते रहते हैं। हाल ही में भोलेनाथ के एक ऐसे दीवाने लोगों को देखने को मिल रहे हैं जो भारत नहीं बल्कि अमेरिका से आकर भोलेनाथ की पूजा करते नजर आ रहे हैं। दरअसल राजस्थान के जैसलमेर शहर में दो दंपति ऐसे हैं जो भारत के नहीं है बल्कि अमेरिका के हैं और वह भारत में सिर्फ भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए आए हैं। जिस किसी ने भी इन दोनों दंपत्ति के बारे में यह बात सुनी है तो सभी लोग आश्चर्य प्रकट कर रहे हैं। आइए आपको मिलाते हैं अमेरिका के यह दंपत्ति कौन हैं जो दिन भर भोलेनाथ की पूजा में लीन रहते हैं और उन्हें बाकी दुनिया की कोई फिक्र नहीं रहती।
अमेरिका से जैसलमेर आया है यह दंपति भगवान शिव की पूजा करने, इस वजह से करता है भगवान शिव की पूजा
राजस्थान के जैसलमेर में इन दिनों एक दंपत्ति की तरफ लोगो का ध्यान रह-रहकर जा रहा है। दरअसल अमेरिका के रहने वाले कोलबा और उनकी पत्नी समंथा इन दिनों भगवान शिव की पूजा की वजह से चर्चा में आ गए है। यह दोनों दंपत्ति दरअसल साल में 3 महीने के लिए भारत आते हैं और इस दौरान वह प्रभु की भक्ति में इतने लीन रहते हैं कि उन्हें देश दुनिया की कोई परवाह नहीं होती। खुद कोलवा ने बताया कि दरअसल वह पहले अकेले ही भगवान शिव की पूजा करते थे लेकिन उसके बाद उनकी पत्नी समंथा को भी भगवान शिव के महत्व का पता चला और सबसे पहले उनकी पत्नी ने महा भागवत गीता को पूरा पढ़ डाला। आइए आपको बताते हैं यह दोनों दंपत्ति आखिर किस वजह से उसके बाद से ही प्रभु की भक्ति में लीन रहने लगे और इसका जिक्र भी उन्होंने सबके सामने किया।
भगवान शिव की इस वजह से आराधना करते हैं दोनों, बताया मिलती है मन को शांति
राजस्थान के जैसलमेर में इन दिनों अमेरिका से आए दंपत्ति अपनी श्रद्धा भाव से की गई पूजा की वजह से खूब चर्चाओं में है। दरअसल यह दोनों दंपत्ति भगवान शिव की आराधना इस वजह से करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि ऐसा करने से उनके मन को बहुत शांति मिलती है। साथ में यह दोनों इस मौके पर यह भी कहते नजर आए कि भगवान शिव के पूजा करने के बाद उनके शरीर के अंदर एक अलग ही ऊर्जा का संचार होता है और उसके बाद से ही इन दोनों ने यह ठान लिया है कि वह साल के 3 महीने भारत में आकर जरूर भगवान शिव की प्रार्थना करेंगे। इन दोनों ने बताया कि वह अमेरिका में रहकर भी भगवान शिव की आराधना करते हैं लेकिन राजस्थान के जैसलमेर शहर में एक अलग ही शांति मिलती है और इसकी वजह से 3 महीने के लिए अमेरिका में अपने काम को छोड़कर यहां पर आकर शिव आराधना करते हैं जिससे उनके अंदर उर्जा का संचार होता है।