कोई रास्ता नही है, ये हारे हुए लोग कहते है ऐसा कहना है मोईन खान का जो की आज जम्मू कश्मीर में पुलिस इंस्पेक्टर की पोस्ट पर नियुक्त है. मोईन ने कार वाशिंग से लेकर पिज़्ज़ा डिलीवरी बॉय तक का हर काम किया है. अगर आप मोईन की प्रेरणा दायक कहानी पढना चाहते है तो पढ़े आज मोईन खान की कहानी.
मोईन का जन्म जम्मू कश्मीर में हुआ पिता का एक बिज़नस था लेकिन किसी कारण वर्ष २००६ में वो बंद हो गया और मोईन उस वक़्त महज 14 साल के थे और दसवी कक्षा में थे. पिता का phone मोईन के पास आया की मोईन अब हमें हमारे खर्चे पर कटोती करनी होगी क्यों की आने वाले समय में हमारी आर्थिक स्थिती बिगड़ सकती है. पिता के phone के बाद ही मोईन ने निश्चय कर लिया की उन्हें अब घर की जिम्मेदारी संभालनी होगी चूँकि बड़े भाई को भी किसी प्रकार की बीमारी है. मोईन ने उस वक़्त हर संभव कार्य करा जो वो कर सकते थे उन्हें अपने ही महौल्ले के एक दूकान में काम मिल गया फिर उन्होंने जी जान से काम करा और सुबह स्कूल जाने के बाद वो दूकान पर जाया करते थे. किसी प्रकार उनकी आर्थिक स्थिती में सुधार आने लगा फिर उन्होंने कॉलेज join करा और फिर वापस एक झटका लग्न मोईन को बाकी था.
मोईन के पास उनके चाचा का phone आता है की मोईन के पिता का एक्सीडेंट हो गया फिर मोईन गुजरात से अपने पिता का इलाज करवाकर जब तक मोईन का समझ आ चूका था की उनकी आर्थिक स्थिती अब और भी ज्याद खराब होने वाली है फिर मोईन ने पिज़्ज़ा हट में डिलीवरी बॉय की जॉब चालु करदी वहां उनकी मुलाकात एक कस्टमर से हुई फिर उन्होंने मोईन को पढने में मदत करी साथ ही मोईन ने अपना खुदका कार वश सेंटर भी खोल लिया था जिससे मोईन को सही आमदनी हो रही थी फिर एक दिन मोईन ने अखबार में एक इश्तेहार देखा पुलिस इंस्पेक्टर की पोस्ट का तब ही उन्होंने निश्चय इकार कर लिया था की उनको ये जॉब चाहिए.
मोईन ने जी जान से उस परीक्षा की तैयारी करी और वे सफल भी हुए. और हमारे देश भारत को मिल गया एक नया और होनहार पुलिस इंस्पेक्टर मोईन खान हम उम्मीद करते है की आपको मोईन खान की ये प्रेरणा दायक कहानी पसंद आई होगी. दोस्तों मोईन का कहना है की हमें रास्ते खोजने पड़ते है रास्ते हमारे पास नही आते है.