कहते हैं कि मेहनत करने वाले की कभी हार नहीं होती मेहनत करने वाला एक दिन सफल जरूर होता है ऐसी एक कहानी आशा कंडारा की है जिन्होंने आर ए एस राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा पास करके बता दिया है कि कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती है। आपको बताना चाहेंगे कि आशा एक नगर निगम कर्मचारी थी जो सड़कों पर झाड़ू लगाने का काम किया करती थी अब उन्होंने आर एस की परीक्षा पास कर कर प्रशासनिक अधिकारी का काम शुरू कर दिया है। आशा की है कहानी लोगों के लिए एक मिसाल साबित हो रही है।
आपको बताना चाहेंगे कि आईएएस अवनी शरण ने आशा की सफलता की कहानी ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था कि कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछाल कर देखो यारो। एक न्यूज़ पेपर की रिपोर्ट के मुताबिक आशा के पति के साथ उनका अनुबंध को लेकर तलाक हो गया था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं आ रही वह अपने दो बच्चों का पालन पोषण की जिम्मेदारी निभाने के लिए नगर निगम में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करने लगी। साथ में ही उन्होंने अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा और आर्यस की परीक्षा पास की और लोगों के लिए एक मिसाल कायम कर दी।
आशा की बात करें तो वह अपनी इस सफलता के बाद काफी खुश नजर आ रही हैं आशा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उनकी शादी 1997 में हुई थी जिसके बाद 5 साल बीत जाने पर उनके पति के साथ अनबन के चलते तलाक हो गया उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया था। पति के तलाक के बाद आशा ने हिम्मत नहीं आ रही और जिंदगी में कुछ करने की ठानी उन्होंने साल 2016 में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की जिसके बाद वह 2018 में सफाई कर्मचारी भर्ती परीक्षा में शामिल हुई और उसको पास कर कर नगर निगम में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करने लगी।
पढाई को नही छोड़ा और करती रही लगातार काम
नगर निगम ने काम करने के दौरान उन्होंने अपनी पढ़ाई को नहीं छोड़ा और वह लगातार आर एस प्री की परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत करती रही । आर ए एस प्री का एग्जाम क्लियर होने के बाद उन्होंने अपनी पूरी ताकत मेंस के एग्जाम के लिए लगा दी। आईएएस मेंस की परीक्षा देने के बाद उन्होंने सफाई कर्मचारी के तौर पर काम शुरू कर दिया और वह सड़कों पर झाड़ू लगाने लगी थी। मंगलवार को आर ए एस परीक्षा का परिणाम आया तब उनका सपना सच हो गया अब सोशल मीडिया पर लोग ट्वीट करके आशा को बधाई दे रहे हैं।