मनोज तिवारी भोजपुरी जगत के एक ऐसे अभिनेता हैं जिनका नाम और कद भोजपुरी जगत में सबसे बड़ा है। यह अभिनेता ना सिर्फ शानदार अदाकारी की वजह से पहचाना जाता है बल्कि अपनी गायकी से भी इन्होंने पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन किया है। मनोज तिवारी हालांकि अब तो फिल्मी पर्दे पर बहुत कम नजर आते हैं क्योंकि हाल ही में लोकसभा के सदस्य के रूप में उन्हें निर्वाचित किया गया था और वह अपनी राजनीतिक क्षेत्र में ज्यादा समय बिताते नजर आते हैं लेकिन एक समय में मनोज तिवारी के लिए इस मुकाम पर पहुंच पाना बिल्कुल भी आसान नहीं था क्योंकि उनकी हालत ऐसी थी कि उन्हें कोई पहचानता तक नहीं था लेकिन धीरे-धीरे संघर्ष के बाद उन्होंने यह मुकाम पाया है। आइए आपको बताते हैं कैसे मनोज तिवारी की एक समय में ऐसी नौबत आ गई थी कि उनके पास साइकिल खरीदने के भी पैसे नहीं थे और तभी उन्होंने ठान लिया था कि वह अपनी बदौलत ही कोई बड़ा नाम करेंगे।
मनोज तिवारी थे पाई पाई के मोहताज, आज है करोड़ों रुपए के मालिक
मनोज तिवारी जो आज राजनीति की दुनिया में बहुत बड़े नाम बन चुके हैं यह अभिनेता एक समय में पाई पाई के लिए मोहताज था। दरअसल मनोज तिवारी बिहार के ऐसे गांव से ताल्लुक रखते हैं जहां पर शिक्षा का बेहद अभाव था और जैसे तैसे कर के इस अभिनेता ने अपनी प्राथमिक पढ़ाई पूरी की और उसके बाद से ही इनका मनोरंजन जगत में लगने लगा था। मनोज तिवारी ने अपने जीवन की पहली फिल्म की शुरुआत ससुरा बड़ा पैसा वाला से की थी और उसके बाद से तो मनोज तिवारी ने पीछे मुड़कर देखने का नाम ही नहीं लिया क्योंकि इस अभिनेता के अंदर इतनी प्रतिभा थी कि देखते ही देखते यह अभिनेता सफलता की सीढ़ियां चढ़ने लगा। आइए आपको बताते हैं हाल ही में कैसे अब यह अभिनेता अपनी अमीरी और अपने निजी संबंधों की वजह से चर्चा में रहता है।
मनोज तिवारी ने बीते दिनों पिता बनने का सुख किया है प्राप्त, अब करोड़ों रुपए के हैं मालिक
बिहार जैसे छोटे राज्य से निकलकर आज भारत वर्ष में पहचान बनाने वाले मनोज तिवारी बीते दिनों ही 51 वर्ष की उम्र में पिता बनने का सुख प्राप्त कर चुके हैं। मनोज तिवारी ने अपने निजी जीवन में कुल 2 शादियां की है और आज जिस मुकाम पर हैं उसके बारे में खुद मनोज तिवारी का कहना है कि उन्होंने सपने में नहीं सोचा था कि यह तक पहुंच पाएंगे। हालांकि मनोज तिवारी का खुद मानना है कि उन्होंने अथक परिश्रम के बाद यह मुकाम हासिल किया है और आज वह जिस मुकाम पर है वहां पर लोग उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। मनोज तिवारी आज भी अपने उस दिन को याद करते हैं जब वह दूसरों को साइकिल चलाता देखकर खुद मन मसोस कर रह जाते थे क्योंकि उनके पास खुद के साइकिल खरीदने के पैसे नहीं थे लेकिन अपनी मेहनत की बदौलत आज मनोज तिवारी ने अपना हर वह सपना साकार कर लिया है जिसे वह बचपन में देखा करते थे।