हमारे भारत देश में क्रिकेट काफ़ी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और काफ़ी ज़्यादा तरक़्क़ी कर रहा है. आपको बता दे कि बोला जाता है कि हमारे देश में जितना टैलेंट है उतना टैलेंट दुनिया के किसी भी देश में नहीं है. यही कारण है कि भारत में क्रिकेटरों की कोई भी कमी नहीं है. आपको बता दे कि हमारे देश में ऐसे-ऐसे खिलाड़ी है जो कि भले ही इंडियन टीम में नहीं हो लेकिन फिर भी बड़े-बड़े विदेशी गेंदबाज़ उनके आगे ख़ौफ़ खाते है. भारत में पुरुष टीम के क्रिकेट के साथ-साथ महिला टीम का क्रिकेट भी काफ़ी तेज़ी से बढ़ रहा है. आपको बता दे कि अभी हालही में भारतीय महिला टीम ने अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्डकप जीत लिया है और देश का नाम रोशन किया है. आज हम आपको भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तान शेफाली के संगर्ष के बारे में बताते है क्योंकि बताया जा रहा है कि उनके पिता के पास दो वक़्त की रोटी भी खाने के पैसे नहीं थे. आगे आपको आर्टिकल में भारत की महिला टीम की शानदार खिलाड़ी शेफाली वर्मा के संगर्ष के बारे में विस्तार से बताते है.
शेफाली वर्मा ने जीवन में किया है अपने काफ़ी संगर्ष, उनके पिता ने भी किया है काफ़ी त्याग
भारत में क्रिकेट खेलना लोग काफ़ी पसंद करते है यह बात तो आप सभी लोग जानते है. वर्तमान समय में भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने अपने देश का नाम रोशन किया है और भारत के लिए वर्ल्ड-कप जीता है जिसके चलते वर्तमान समय में हर जगह भारतीय टीम के ही चर्चे है. आपको बता दे कि इस भारतीय महिला टीम की कप्तान शेफाली वर्मा ने अपने जीवन में काफ़ी संगर्ष किया है जिसके चलते उनके पिता ने भी काफ़ी कुछ सहन किया है. बताया जा रहा है कि शेफाली वर्मा जे पिता के पास एक समय पर सिर्फ़ 250 रुपये थे जिसे उन्होंने खुद के परिवार के खाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया बल्कि उस पैसे को उन्होंने अपने बेटे शेफाली वर्मा के खेल में लगाया ताकि वह खेल सके और आगे बढ़कर अपना सपना पूरा कर सके. शेफाली ने अपने पिता के इस त्याग को ज़ाहिर नहीं जाने दिया और आज वह भारत की सबसे शानदार महिला क्रिकेटर में से एक बन गई है. आगे आपको आर्टिकल में बताते है कि शेफाली वर्मा ने किस प्रकार अपने पिता का नाम रोशन किया है जिसकी वजह से शेफाली के पिता उन पर गर्व करते है.
शेफाली वर्मा के पिता का सीना हो गया गर्व से चौड़ा, ये है वजह
शेफाली वर्मा भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम की कप्तान है जिन्होंने अपने जीवन में काफ़ी संगर्ष किया है और शेफाली के पिता ने भी शेफाली के लिए काफ़ी त्याग किए है. आपको बता दे कि शेफाली वर्मा इस समय मीडिया में काफ़ी ज़्यादा सुर्ख़ियों में बनी हुई है ऐसा इसलिए क्योंकि शेफाली ने अपने पिता का त्याग ज़ाहिर नहीं जाने दिया है और आज भारत को विश्वकप जीता दिया है. शेफाली वर्मा ने भारतीय अंडर-19 टीम को पहली बार विश्व विजेता बना दिया है जिसके चलते आज पूरे देश को शेफाली के ऊपर गर्व है और शेफाली के पिता का भी सीना गर्व से छोड़ा हो गया है क्योंकि शेफाली ने दुनिया में भारत के सम्मान बढ़ाया है.