सनी देओल की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक गदर का दूसरा भाग बहुत जल्द लोगों के सामने आने वाला है। जब से अनिल शर्मा और सनी देओल ने इस बात की जानकारी दी है कि वह दोनों इस फिल्म के ऊपर काम कर रहे हैं तब सभी लोगों में इस बात की उत्सुकता है कि अब यह फिल्म कब रिलीज होगी क्योंकि 2001 में जब इस फिल्म का निर्देशन हुआ था तब इस फिल्म ने कमाई के मामले में सारे इतिहास को पीछे छोड़ दिया था। हर किसी को सनी देओल की यह फिल्म बहुत पसंद आई थी क्योंकि इसमें उन्होंने जिस तरह से शानदार सरदार तारा सिंह की भूमिका निभाई थी वह वाकई में काबिले तारीफ थी। इस फिल्म में सनी देओल एक हैडपम्प वाला दृश्य दिखाया था जिसमें उन्होंने पाकिस्तान में घुसकर यह कारनामा कर दिखाया था लेकिन आपको बता दें कि वह दृश्य पाकिस्तान में नहीं फिल्माया गया था। आइए आपको बताते हैं अमीषा पटेल जो इस फिल्म की हीरोइन है उन्होंने इस फिल्म की जानकारी साझा कर दी है।
सनी देओल ने पाकिस्तान में नहीं इस जगह पर निकाला था हैडपम्प, अमीषा पटेल ने साझा की तस्वीर
सनी देओल ने हिंदी सिनेमा इतिहास के सबसे सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक गदर में जो भूमिका निभाई थी वह आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। लोगों को आज भी इस फिल्म का हर एक दृश्य याद है लेकिन सबसे मजेदार जो लोगों को यह दृश्य नजर आता है वह था इस फिल्म में हैडपम्प निकालने वाला दृश्य। हैडपम्प निकालकर सनी देओल ने अपने दुश्मनों का सफाया बहुत शानदार तरीके से करते हैं और इस सीन को सबसे ज्यादा भी लोगों ने देखना पसंद किया था। हालांकि काफी लोगों को यह लगता था कि यह सीन सनी देओल ने पाकिस्तान में जाकर फिल्माया था लेकिन हाल ही में इस फिल्म की हीरोइन अमीषा पटेल ने उस जगह के बारे में बता दिया है। आइए आपको बताते हैं यह हैडपम्प वाला दृश्य कहां फिल्माया गया था जिसकी जानकारी खुद अमीषा पटेल ने सबके सामने साझा की है।
अमीषा पटेल ने खुद दिखाई वह जगह, सनी देओल ने इस जगह किया था हैडपम्प वाला दृश्य
अमीषा पटेल ने भी सनी देओल के साथ फिल्म गदर में बहुत शानदार भूमिका निभाई थी और हर किसी को इन दोनों की जोड़ी फिल्मी पर्दे पर बहुत शानदार लगी थी। हाल ही में अमीषा पटेल और सनी देओल अपने फिल्म गदर के दूसरे भाग की तैयारी कर रहे हैं और उसी दौरान अमीषा पटेल ने उस जगह से लोगों को वाकिफ करवाया जहां पर सनी देओल की इस फिल्म का दृश्य फिल्माया गया था। कई लोगों को ऐसा लगता था कि सनी देओल ने सच में पाकिस्तान में जाकर इस फिल्म का दृश्य फिल्माया था लेकिन अमीषा पटेल ने लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल में जाकर एक नकली हैडपम्प को अपने कंधे पर उठाया और खुद यह बताया कि दरअसल यह दृश्य लखनऊ में ही फिल्माया गया था जिसको जानने के बाद सभी लोग अमीषा का शुक्रिया करते नजर आए कि वह इतने सालों तक गलतफहमी में जी रहे थे।