एक पुरानी कहावत है कि देने वाला जब भी देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है और ऐसा ही कुछ हाल हुआ है यूपी शहर के कन्नौज जिले में रहने वाले बिहारीलाल के साथ। बिहारीलाल पेशे से ईट भट्ठा में काम करने वाले एक साधारण मजदूर है जो बहुत मुश्किल से अपनी आजीविका चला पाते हैं क्योंकि हर रोज मजदूरी के तौर पर उन्हें ₹400 मिलते हैं जिससे वह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं लेकिन किस्मत ने बिहारीलाल के साथ कुछ ऐसा खेल खेला कि एक दिन अचानक से उनके खाते में ₹27 करोड़ आ गए और खुद बिहारी लाल को भी इस बात के ऊपर यकीन नहीं हुआ। आइए आपको बताते हैं प्रतिदिन ₹400 कमाने वाले इस शख्स के खाते में कैसे इतनी बड़ी धनराशि आ गई जिसको देखने के बाद खुद बिहारीलाल के दिन और रातों की नींद उड़ गई और वह आश्चर्य में डूब गया.
बिहारी लाल के खाते में थे ₹226, सौ रुपए निकालते ही हो गए 27 करोड़
यूपी शहर के कन्नौज जिले में रहने वाले बिहारी लाल की किस्मत पर चमक गई जब उसने बीते दिनों अपने खाते में से ₹100 की निकासी की। बिहारीलाल ने ₹100 की निकासी करने के बाद जब बैंक से बाहर का प्रस्थान किया तब उसे अपने पैसे निकासी की सूचना प्राप्त हुई जिसमें यह दिखा रहा था कि ₹100 निकासी करने के बाद उसके खाते में 27 करोड़ की बड़ी धनराशि थी और जैसे ही बिहारी लाल को इस रकम की सूचना प्राप्त हुई तो वह अपनी आंखों पर यकीन नहीं कर पाया और भागते हुए वह बैंक में वापस चला गया जहां पर छानबीन करने के बाद पता चला कि उसके खाते में ₹27 करोड़ ही हैं। बिहारी लाल इन पैसों को देखते ही नए-नए सपने संजोने लगा था लेकिन आइए आपको बताते हैं कि ऐसे पल भर में ही बिहारी लाल की खुशियां एक बार फिर से कैसे बैंक के कर्मचारियों ने गायब कर दी।
बिहारी लाल की खुशी नहीं टिक पाई ज्यादा देर, पल भर में गायब हो गई खुशी
यूपी शहर के कन्नौज जिले में रहने वाले बिहारीलाल को जैसे ही इस बात का पता चला कि उसके खाते में 27 करोड़ है तब वह बैंक कर्मचारियों से इस बारे में बात करते नजर आया जिसके बाद बैंक के कर्मचारियों ने भी आश्वस्त किया कि यह पैसे आपके ही हैं। अपने पासबुक को अपडेट करवाने के बाद भी बिहारीलाल को वही धनराशि दिखाई दे रही थी जिसके बाद वह नए-नए सपने संजोने लगा था लेकिन उसके बाद बैंक वालों को भी यह शक हुआ कि यह पैसे बिहारीलाल के नहीं हैं जिसके बाद बैंक के कर्मचारियों ने बिहारी लाल के खाते को स्थगित कर दिया और छानबीन में जुट गए जिसके बाद बैंक के कर्मचारियों ने खुद बताया कि दरअसल यह पैसे जो बिहारी लाल के खाते में दिखाई दे रहे थे वह बैंक की त्रुटि की वजह से हो गई थी और ₹100 निकासी के बाद बिहारी लाल के अपने खाते में सिर्फ ₹126 मौजूद थे और बैंक की कर्मचारियों की बात सुनते ही बिहारीलाल एक बार फिर से उदास हो गया।