शिखर धवन की अगुवाई में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मुकाबलों की घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला खेल रही है जिसमें पहला मुकाबला भारतीय टीम ने 9 रनों से गंवा दिया। इस मुकाबले में भारतीय टीम के कई शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया और कहीं ना कहीं उन बल्लेबाजों की वजह से ही भारतीय टीम ने यह मुकाबला गंवा दिया। लेकिन इस मुकाबले में भारतीय टीम के एक बल्लेबाज ने इतनी शानदार बल्लेबाजी की जिसकी बदौलत एक समय ऐसा लगने लगा था कि भारतीय टीम इस मुकाबले को जीत जाएगी हाल ही में इस मुकाबले में जीत के बाद दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने बताया कि इस समय भारत की युवा टीम में एक ऐसा खिलाड़ी है जो युवराज सिंह की तरह छह गेंदों पर छह छक्के लगा सकता है और इसी वजह से आइए बताते हैं क्यों डेल स्टेन ने कहा कि आखरी ओवर में 30 रन भी बचे थे तब वह बेहद डरे हुए थे.
युवराज सिंह से की इस युवा खिलाड़ी की स्टेन ने तुलना, बताया लगा सकता है छह गेंद पर छह छक्के
डेल स्टेन जो दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज तेज गेंदबाज रह चुके हैं हाल ही में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की जीत के बाद पत्रकारों से हुई बातचीत में बताया कि जब आखरी ओवर में 30 रन चाहिए था उसके बाद भी उन्हें इस मुकाबले को जीत पाने का यकीन नहीं था क्योंकि मैदान पर एक ऐसा बल्लेबाज था जो आने वाले समय में युवराज सिंह के रिकॉर्ड को तोड़ सकता है। डेल स्टेन ने बताया कि भारतीय टीम में वैसे तो कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं लेकिन जिस खिलाड़ी की वह बात कर रहे हैं वह पूर्व में भी कई ऐसे कारनामे कर चुका है जो बेहद हैरतअंगेज थे। आइए बताते हैं डेल स्टेन आखिर किस खिलाड़ी से बेहद डरे हुए थे जब भारत को जीत के लिए आखिरी ओवर में 30 रन चाहिए थे.
डेल स्टेन ने बताया इस युवा खिलाड़ी को बेहद प्रतिभाशाली, 30 रन रहने के बाद भी डर रहे थे गेंदबाज
शिखर धवन की अगुवाई में भारतीय टीम पहला मुकाबला 9 रनों से हार गई और इस मुकाबले में भारतीय टीम के लिए कुछ बल्लेबाजों ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया। जिस बल्लेबाज ने अपनी बल्लेबाजी से इस मुकाबले में सबसे ज्यादा प्रभावित किया वह बल्लेबाज थे संजू सैमसन जो अंत तक मैदान में डटे रहे थे और उनके रहते भारतीय टीम की जीत सुनिश्चित लग रही थी। इस मुकाबले में मिली जीत के बाद दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने बताया कि जब तक संजू सैमसन मैदान पर मौजूद थे तब उन्हें यकीन था कि भारतीय टीम का मुकाबला कभी नहीं हारेगी क्योंकि जब आखिरी 6 गेंदों पर 30 रन बचे थे तब संजू सैमसन एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो युवराज सिंह का वह इतिहास दोहरा सकते हैं और इसी वजह से पूरी दक्षिण अफ्रीका की टीम संजू सैमसन से डरी हुई थी।