पिछले दिनों भारतीय टीम को सबसे बड़ा झटका तब लगा था जब चयनकर्ताओं ने जिंबाब्वे दौरे के बाद एशिया कप की टीम का ऐलान किया था और लोगों को हैरानी तब हुई थी जब टीम इंडिया में जसप्रीत बुमराह जैसे शानदार लय में गेंदबाजी कर रहे गेंदबाज का नाम नहीं था। जसप्रीत बुमराह पिछले कुछ समय से भारतीय टीम के अभिन्न अंग हैं और एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में उनका नाम ना देख कर लोगों को हैरानी होने लगी थी और तब चयनकर्ताओं ने इस बात का खुलासा किया था कि जसप्रीत बुमराह चोटिल है और इस वजह से एशिया कप के बाद हो सकता है कि विश्व कप के मुकाबले में भी वह नजर नहीं आए ऐसे में भारतीय टीम को एक ऐसे गेंदबाज की तलाश थी जो लगातार शानदार शुरुआत दी और जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले मुकाबले के बाद भारत की चिंता समाप्त हो चुकी है.
रोहित शर्मा की कर दी इस गेंदबाज़ ने चिंता दूर, दिखती है इसमें बुमराह की झलक
भारत और जिंबाब्वे के बीच 18 अगस्त से तीन एकदिवसीय मुकाबले के श्रृंखला की शुरुआत हो गई। पहले एकदिवसीय मुकाबले में भारतीय टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए जिंबाब्वे की टीम को 10 विकेट से एकतरफा अंदाज में हरा दिया। टीम इंडिया को इस श्रृंखला में कई सवालों के जवाब तलाशने थे जिनमें सबसे पहला सवाल यह था कि जसप्रीत बुमराह का रिप्लेसमेंट एशिया कप में कौन होगा क्योंकि इस सीरीज में अगर कोई गेंदबाज शानदार प्रदर्शन करता है तो उसे एशिया कप के मुकाबले में जगह दी जा सकती थी ऐसे में सबसे शानदार गेंदबाज बनकर लोगों के सामने आए दीपक चाहर। आपको बता दें कि दीपक चाहर लंबे वक्त से इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं खेल रहे हैं और जिंबाब्वे के खिलाफ उन्हें जैसा ही मौका मिला तब उन्होंने अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से सबको हैरान कर दिया।
एशिया कप में जसप्रीत बुमराह की जगह लेंगे दीपक चाहर, जीता सकता है अकेले के दम पर एशिया कप
भारतीय टीम में स्विंग के महारथी कहे जाने वाले दीपक चाहर ने लंबे समय के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की। जिम्बाब्वे के खिलाफ हुए इस मुकाबले में दीपक चाहर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 ओवरों में सिर्फ 27 रन देकर जिंबाब्वे की टीम के शीर्ष 3 बल्लेबाजों को आउट करके उसकी कमर तोड़ दी। कुछ दिनों पहले ही जब दीपक चाहर वापसी कर रहे थे तब उन्होंने इस बात का ऐलान किया था कि वह भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करने के लिए प्रतिबद्ध है और वह चाहते हैं कि शानदार प्रदर्शन करके भारत को टी-20 वर्ल्ड कप जीता दे और जिंबाब्वे के खिलाफ पहले एकदिवसीय मुकाबले में उन्होंने जिस तरह से शानदार प्रदर्शन किया है उसको देखकर उनका बयान बिल्कुल भी गलत नहीं लग रहा है। यह दीपक चाहर की शानदार गेंदबाजी का ही नजारा था जिसके कारण जिंबाब्वे की टीम शुरू से ही दबाव में आ गई और अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सके जिसके कारण वह सिर्फ 189 रन पर आउट हो गई