जॉनी लीवर को लंबे संघर्ष के बाद मिली पहचान

जॉनी लीवर जो फिल्मों में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते दिखाई देते हैं

इन्होने आर्थिक तंगी की वजह से ही सिर्फ सातवीं तक पढ़ाई की है 

यह अपने पिता के साथ कामकाज में हाथ बंटाने लगे

इन्होने मुंबई की गलियों में पेन भी बेचा है 

जॉनी लीवर कारखानों में काम करते हुए बड़े सितारों की आवाज निकाला करते थे

संघर्षों के दौरान ही उनकी शादी सुजाता के साथ हो गई

यह मुंबई में अपनी पहचान बनाने के लिए आ गए

1986 में जॉनी लीवर को  पहली फिल्म में काम करने का मौका मिला

शानदार डायलॉग ने लोगों को इनका दीवाना बना दिया है