रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम अभी तक वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला में अजेय रही थी। दो टेस्ट मुकाबलों की श्रृंखला जैसे पहले ही भारतीय टीम अपने नाम कर चुकी है वही उसके बाद एकदिवसीय मुकाबले में भी 5 विकेट से भारतीय टीम पहला मुकाबला जीत चुकी थी। ऐसा लग रहा था जैसे भारतीय टीम दूसरे मुकाबले में एकतरफा अंदाज में जीत दर्ज करके इस सीरीज को अपने नाम कर लेगी लेकिन दूसरे मुकाबले में रोहित शर्मा ने खुद को आराम देने का फैसला किया और इसी वजह से हार्दिक पांड्या भारतीय टीम की कप्तानी संभाल रहे थे। आपको बता दे कि सिर्फ रोहित शर्मा ही नहीं बल्कि विराट कोहली भी इस मुकाबले में आराम फरमा रहे थे और ऐसे में वेस्टइंडीज के पास इस मुकाबले को जीतकर सीरीज में वापसी का सुनहरा मौका था। आइए आपको बताते हैं कैसे इन दो दिग्गज खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने भारतीय टीम को धूल चटा दी और इस श्रृंखला में बराबरी कर ली।
विराट कोहली और रोहित की अनुपस्थिति का वेस्टइंडीज ने उठाया फायदा, दे दी भारत को एकतरफा अंदाज में शिकस्त
विराट कोहली और रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज ने दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारत को हराकर श्रृंखला में 1-1 की बराबरी कर ली है। इस मुकाबले में वेस्टइंडीज के कप्तान ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। अपने दो अनुभवी खिलाड़ियों के बिना मैदान पर उतरी भारतीय टीम को शुभमन गिल और इशान किशन ने शानदार शुरुआत दी। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन ईशान किशन ने बनाएं और उन्होंने 55 रन बनाए। उनके अलावा भारत का कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका जिसकी वजह से भारतीय टीम अपने पूरे ओवर भी नहीं खेल सकी और सिर्फ 181 रनों पर सिमट गई। आइए आपको बताते हैं कैसे इस लक्ष्य का वेस्टइंडीज ने बहुत आसानी से पीछा कर लिया।
हार्दिक पांड्या की कप्तानी में नहीं दिखा कोई भी दम, सीरीज हो गई है 1-1 से बराबर
रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में जब हार्दिक पांड्या ने भारतीय टीम की कप्तानी संभाली तब ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी छाप जरूर छोड़ेंगे। लेकिन हार्दिक पांड्या ना तो बल्ले से कामयाब रहें और ना उन्होंने कप्तानी में ऐसी रणनीति दिखाई जिससे वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को कोई दिक्कत हो। यही वजह रही कि लगभग 14 ओवर शेष रहते वेस्टइंडीज ने इस मुकाबले को एकतरफा अंदाज में 6 विकेट से अपने नाम कर लिया। इस मुकाबले में मिली जीत के बाद वेस्टइंडीज के पास अब तीसरे एकदिवसीय मुकाबले को जीतकर श्रृंखला अपने नाम करने पर होगी। हार्दिक पांड्या खुद अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से काफी निराश नजर आ रहे थे और उन्होंने साफ तौर पर इस बात को कहा कि उन्हें बल्लेबाजी में विराट कोहली और रोहित शर्मा की कमी सबसे ज्यादा खली। जिस तरह का प्रदर्शन वर्ल्ड कप के ठीक पहले भारतीय युवा बल्लेबाज दिखा रहे हैं उसकी वजह से लोगों को ऐसा ही लग रहा है कि 2023 के विश्व कप में भारत अब प्रबल दावेदार नहीं है क्योंकि विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना भारतीय टीम बिल्कुल भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है।