अमिताभ बच्चन एक समय में जब 80 के दशक में लगातार सफलता की सीढ़ियों को चढ़ रहे थे तब उनकी बराबरी सिर्फ एक ही अभिनेता कर सका था और वह अभिनेता थे विनोद खन्ना। अपने जमाने में विनोद खन्ना से शानदार अभिनेता कोई और नहीं था और खुद अमिताभ बच्चन भी कई मौकों पर यह कहते नजर आए हैं कि उनकी सफलता की राह में विनोद खन्ना अकेले ही खड़े थे जो हर कदम पर उनके आगे नजर आते थे। देखते ही देखते विनोद खन्ना बॉलीवुड में सभी निर्देशकों की पहली पसंद बन गए थे और सभी अभिनेत्रियां भी उनके साथ काम करने को बेताब नजर आती थी लेकिन कम समय में मिली इस उपलब्धि को विनोद खन्ना के जीवन के एक फैसले ने पूरी तरह से बदल दिया। आइए आपको बताते हैं विनोद खन्ना ने अपने करियर के चरम पर ही वह कौन सा फैसला लिया जो उनके लिए बहुत ज्यादा महंगा पड़ गया।
विनोद खन्ना ने कम समय में ही पाई थी अपार सफलता, एक फैसला पड़ गया था उनके लिए महंगा
विनोद खन्ना जो अब इस दुनिया में नहीं है इस अभिनेता ने 70 और 80 के दशक में अपनी अदाकारी का ऐसा जलवा दिखाया था कि देखते ही देखते सभी नामी अभिनेत्रियां सिर्फ विनोद खन्ना के साथ में ही काम करना चाहती थी। साल 1971 में सफलता मिलने के बाद उन्होंने बचपन की दोस्त गीतांजलि के साथ शादी कर ली और शादी के 4 सालों के भीतर ही वह दो बेटों के पिता भी बन गए जिनके साथ विनोद खन्ना बहुत ही आलीशान जीवन जी रहे थे लेकिन अचानक से ही इस अभिनेता ने लंदन जाने का एक ऐसा फैसला किया जिससे उनकी पूरी दुनिया ही बदल गई। आइए आपको बताते हैं लंदन जाकर आखिर विनोद खन्ना ने ऐसा कौन सा काम किया था जिससे उनकी पूरी दुनिया बदल गई और वह आलीशान जिंदगी से सीधा सड़कों पर आकर खड़े हो गए।
विनोद खन्ना को लंदन जाना पड़ गया था महंगा, इस वजह से आ गए थे सड़कों पर
विनोद खन्ना की लोकप्रियता की बराबरी एक समय में खुद अमिताभ बच्चन भी नहीं कर पा रहे थे। सिर्फ 4 सालों में ही इस अभिनेता ने बॉलीवुड में अपनी ऐसी धाक जमाई थी कि वह उस दौर के सबसे अमीर अभिनेता बन गए थे और कहीं ना कहीं उनकी सफलता से जलने वालों की तादाद भी काफी बढ़ गई थी लेकिन 1975 में अचानक ही विनोद खन्ना ने सब कुछ छोड़कर लंदन जाने का फैसला किया और वहां पर अपने आध्यात्मिक गुरु आचार्य जी से मुलाकात करने पहुंच गए जहां पर जाने के बाद उन्होंने पैसा और मोह सब कुछ त्याग कर दिया। वहां पर जाने के बाद भी विनोद खन्ना को कुछ भी सही नहीं लगा और फिर से वह आकर बॉलीवुड में काम करने लगे लेकिन इन 5 सालों में बॉलीवुड पूरी तरह से बदल चुका था और विनोद खन्ना एक बार फिर से अपने खोए हुए रुतबे को हासिल नहीं कर सके थे जिसकी वजह से लोग यह कहते हैं कि विनोद खन्ना के एक गलत फैसले ने उन्हें रास्ते पर लाकर खड़ा कर दिया था।