भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं. हमारे देश मे बहुत सारे धर्म , जाति के लोग रहते हैं. लेकिन फिर भी आज के समय मे भी भारत एक अखंड भारत है. जिसके चलते हर तरह भारत की बहुत ज्यादा तारीफ होती हैं. साल 1947 में जब भारत आजाद हुआ था तो अंग्रेजो ने बोला था कि तुम कभी भी भारत को नही संभाल पाओगे क्योंकि तुम्हारे इस देश मे जाति वाद हैं , काले गोरों में भेदभाव हैं और भी बहुत सारे धर्म के लोग यहा रहते हैं इसलिए तुम कभी भी इसे एक भारत नही बना पाओगे. इसके साथ ही अग्रेज़ हमारे देश को जातियों के आधार पर बाटने वाले लेकिन हमारे कुछ महान स्वंत्रता संग्रामियों ने ऐसा बिल्कुल भी होने नही दिया ओर भारत को एक राष्ट्र बना कर रखा. लेकिन भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग देश बन गए जिसके चलते आज भी इन दोनों देशों के बीच मे बहुत ज्यादा दुश्मनी हैं. आज भी बॉर्डर पर दोनी देशों के बीच मे सीज फायर का उलंघन होता रहता हैं. ऐसा ही कुछ क्रिकेट में भी हैं क्योंकि जब भी भारत बनाम पाकिस्तान का मुकाबला होता है तो सभी लोग इस मुकाबले को देखने के लिए बहुत ज्यादा उठसुख होते हैं.
खाती है यह महिला भारत का लेकिन समर्थन किया पाकिस्तान का
भारत के लोग भारत को समर्थन करते हैं और वही दूसरी तरफ पाकिस्तानी लोग पाकिस्तान को समर्थन करते हैं लेकिन अगर सोचिए कि अगर कोई भारतीय मूल निवासी पाकिस्तान की जीत का जश्नन मनाए तो कैसा लगेगा. यह बात किसी भी भारतीय को बिल्कुल भी रास नही आएगी क्योंकि एक भारतीय कभी भी यह सहन नही कर पाएगा कि कोई भारत मे रह कर पाकिस्तान को समर्थन करे. इसे देश द्रोही की गिनती में लिया जाता है क्योंकि यह एक प्रकार का देश द्रोह ही हैं कि भारत के नागिरक होने के बाद भी भारत के सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हो. आपको बता दे कि भारत के राजस्थान राज्य के उदयपुर शहर में ऐसा ही हुआ है. वह भी एक महिला हैं जो स्कूल की मास्टरनी हैं . इस मास्टरनी ने जब पाकिस्तान भारत से मुकाबला जीता तो इस महिला ने उसका स्टेटस अपने व्हाट्सएप पर लगा दिया. इस महिला का नाम नफ़ीसा अत्रि हैं. नफ़ीसा के ऐसा करने के बाद कुछ ही पल में भारतीय लोगो ने उसकी जिंदगी बदल दी हो. आइये आपको बताते है कि इस मास्टरनी की ऐसी देशद्रोही जैसी हरकत करने से क्या कुछ हुआ.
प्रिंसिपल ने निकाल दिया स्कूल से , स्कूल के बच्चे ने ही दिया मैडम के देश द्रोही होने का सबूत
नफ़ीसा उदयपुर की नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ाती हैं. 24 तारिक की रात को जब नफ़ीसा ने पाकिस्तान की जीत का स्टेटस अपने व्हाट्स एप्प पर लगाया तो नफ़ीसा के व्हाट्सएप पर जुड़े हुए एक स्टूडेंट ने नफ़ीसा से पूछा कि क्या मेम आप पाकिस्तान की समर्थक हो तो जबाव में नफ़ीसा ने लिखा कि ” यस ” मतलब की हाँ. इस बच्चे ने यह चैट हेडमास्टर को दिखा दी जिन्होंने नफ़ीसा को तुरंत स्कूल से निकाल दिया और इसके साथ साथ ही नफ़ीसा की व्हाट्सएप स्टेटस की वीडियो बना कर और इसके साथ साथ व्हाट्सएप चैट को भी ट्विटर पर ट्वीट कर दिया.