आपने कई ऐसी बाते सुनी होगी जिसमे लोग कहते है की जिस काम को करने में रूचि हो अगर उसी काम को करते है तो इंसान खूब तरक्की करता है. जिस व्यक्ति को अपने काम में मजा आता है उस व्यक्ति को सफलता मिलने से कोई नही रोक सकता ये कहना हमारा नही बल्कि ये कहना है शुभम माथुर का अगर आप भी इनकी कहानी के बारे में जानना चाहते है तो हमारा ये आर्टिकलपढ़ते रहिये. इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की कैसे एक 14 साल के मामूली बच्चे ने शौक के तौर पर फेसबुक चलाना शुरू किया था और आज फेसबुक से ही लाखो की कमाई कर रहा है.
जिस व्यक्ति में कुछ करने की चाह होती है उसको रोकने के लिए कोई भी आ जाए वो व्यक्ति नही रुकता है. ऐसा ही किस्सा आज हम आपको बताने जा रहे है. जिस उम्र में बच्चे अपने दोस्तों के साथ पार्टी और खेल खेलते है उस उम्र में शुभम ने अपना एक ऐसा बिज़नस सेट कर लिया था जो की कई बड़े लोग अपने सपने में भी नही सोच सकते. खैर शुभम का कहना है की ये सब इतना आसन नही था. तो आइये जानते है शुभम माथुर की कहानी की कैसे एक ११ साल का मामूली बच्चा चलाता है देश के सबसे बड़े फेसबुक पेज.
भाई के साथ मजाक मजाक में बनाया था फेसबुक पेज
शुभम बताते है की उन्होंने अपने भाई के साथ मजाक मजाक में एक फेसबुक पेज बनाया था और तभी से उनकी रूचि फेसबुक पेज में आ गयी. उन्होंने दिन रात मेहनत करके फेसबुक पेज बनाया ये वक़्त था २०१२ का.शुभम ने अपना पेज तो बना लिया था लेकिन कई महीनो तक उसपर 200फोल्लोवेर ही रहे लेकिन शुभम की मेहनत रंग लाइ और देखते ही देखते उनका पेज 5 लाख से भी ज्यादा फोल्लोवेर का हो गया जिसको देखकर उन्हें काफी ख़ुशी हुई और उन्होंने रिसर्च कर करके page से एअर्निंग करना शुरू कर दिया. इस वक़्त शुभम सिर्फ्फ़ 14 वर्ष के ही थे और उस वक़्त शुभम 50हज़ार से ज्याददा की कमाई अपने उस पेज से करते थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था शुभम का पेज फेसबुक ने डिलीट कर दिया और शुभम की सालो की मेहनत एक झटके में खराब हो गयी.
शुभम ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है वो भी और बच्चो की तरह खेल कूद कर सकते थे लेकिन शुभम ने मेहनत करी और आज वो एक अच्छे मुकाम पर है. इस बिच शुभम को काफी कुछ झेलना पड़ा इन सभी के बिच कई बार शुभम के पास खाने के भी पैसे नही थे लेकिन उन्होंने निरन्त मेहनत करी.