जिंबाब्वे के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारतीय टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए इस मुकाबले को 13 रनों से जीत लिया। हालांकि पहले दो मुकाबलों के बाद जिंबाब्वे की टीम ने इस मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया और एक समय में जब 2 ओवर में सिर्फ 16 रन चाहिए थे तब लगने लगा था कि जिंबाब्वे की टीम इस मुकाबले को जीतकर अपना सम्मान बचा लेगी लेकिन आखिरी ओवरों में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस मुकाबले को भारत की झोली में डाल दिया इस मुकाबले में टॉस जीतकर भारतीय कप्तान ने पहले बल्लेबाजी करके अपनी बल्लेबाजी को परखा और भारतीय टीम की शुरूआत धीमी लेकिन शानदार रही।कप्तान लोकेश राहुल अपनी शुरूआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके लेकिन आइए आपको बताते हैं वह कौन गेंदबाज था जिसकी वजह से भारतीय टीम जिंबाब्वे के खिलाफ मुकाबला हार सकती थी और आने वाले समय में शायद ही चयनकर्ता और कप्तान रोहित शर्मा भी इस गेंदबाज को मौका दें.
रोहित शर्मा ही नही बल्कि चयनकर्ता भी नही करेंगे इस खिलाड़ी को चुनने की भूल, ये है वजह
जिंबाब्वे के खिलाफ तीन एकदिवसीय मुकाबलो में भारतीय टीम ने पहले दो मुकाबले लक्ष्य का पीछा करते हुए सफलतापूर्वक जीत दर्ज कर ली थी वहीं तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय टीम की तरफ से सबसे शानदार बल्लेबाजी अगर किसी बल्लेबाज ने की तो वह थे शुभम गिल जिन्होंने सिर्फ 97 गेंदों में 130 रनों की तूफानी पारी खेली। 290 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिंबाब्वे की टीम इस मुकाबले में लक्ष्य के करीब नजर नहीं आ रही थी लेकिन उसके बल्लेबाज सिकंदर रजा एक छोर को संभाल कर रखे हुए थे और आइए आपको बताते हैं कैसे सिकंदर रजा ने भारतीय टीम के एक तेज गेंदबाज को निशाने पर लेते हुए इतने रन बना दिए की भारतीय टीम के ऊपर हार का खतरा मंडराने लगा था.
भारतीय टीम की बढ़ा दी थी इस गेंदबाज़ ने धड़कन, कप्तान राहुल भी पड़ गए थे चिंता में
290 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिंबाब्वे की टीम की शुरुआत बेहद खराब रही थी लेकिन वह अपने रन गति को बढ़ाने का निरंतर प्रयास कर रही थी। एक समय में जब जिंबाब्वे की टीम लक्ष्य से बहुत दूर जा रही थी उसी ओवर में भारतीय गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने लगातार तीन चौके खाते हुए 20 रन लुटा दिए. इस ओवर में शार्दुल ठाकुर ने एक नो बॉल भी डाली जिसके कारण जिंबाब्वे की टीम मुकाबले में एक बार फिर से वापस आ गई और उसके बाद जिंबाब्वे के बल्लेबाज सिकंदर रजा ने कुछ ओवर बाद आवेश खान को भी छक्के और चौके जड़ते हुए 16 रन जड़ दिए जिससे की जिम्बाब्वे की टीम का एक समय में भारतीय टीम के ऊपर पलड़ा भारी पड़ने लगा था। हालांकि आखिरी ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम को 13 रनों से मुकाबला जीता दिया लेकिन आने वाले समय में चयनकर्ता इस गेंदबाज को शायद ही अब दुबारा मौका दें. एक समय ऐसा था जब शार्दूल ठाकुर सामने वाली टीम के पसीने छुड़ा देते थे लेकिन अब ऐसा बिल्कुल भी नही है.