रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम इस विश्व कप के चार मुकाबलों में तीन मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल की तरफ अपने कदम बढ़ा चुकी थी। सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए भारतीय टीम को जिंबाब्वे के खिलाफ हर हाल में मुकाबला जीतना बेहद जरूरी था जो रविवार को होना था। इस विश्व कप में कई ऐसे उलटफेर हुए हैं जिसकी वजह से कमजोर टीमों को हल्के में खुद रोहित शर्मा भी नहीं आंकना चाहते थे लेकिन बहुत ही नाटकीय तरीके से जिंबाब्वे के खिलाफ होने वाले मुकाबले से पहले ही भारतीय टीम सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गई है। आइए आपको बताते हैं कैसे बिना मुकाबला खेले ही भारतीय टीम अपने ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच चुकी है और अब भारतीय टीम कैसे जिंबाब्वे के खिलाफ हार के बाद भी सेमीफाइनल का मुकाबला खेलने के लिए पहुंच सकती है.
रोहित शर्मा के लिए आ गई मुकाबले से पहले यह बड़ी खुशखबरी, जिंबाब्वे के खिलाफ नहीं लगाना होगा भारत को जोर
रोहित शर्मा ने इस विश्व कप की शुरुआत में ही यह बात कह दी थी कि इस विश्वकप में वह किसी भी टीम को हल्के में बिल्कुल नहीं सकेंगे। इस विश्वकप में कई बार यह देखा गया है कि कुछ ऐसे उलटफेर हुए हैं जिसमें कुछ कमजोर टीमों ने बड़ी टीमों को बहुत ही आसानी से पटखनी दे दी है और भारतीय टीम जब रविवार को जिंबाब्वे के खिलाफ मुकाबला खेलने के लिए उतरने वाली थी तब इस मुकाबले को जीतना भारत के लिए बेहद जरूरी था। भारतीय टीम जिंबाब्वे के खिलाफ होने वाले मुकाबले में जीत दर्ज करती तभी उसे सेमीफाइनल में जगह मिलती लेकिन दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड के मुकाबले के बीच में कुछ ऐसी घटना हो गई जिसके कारण आइए बताते हैं क्यों भारतीय टीम जिंबाब्वे के खिलाफ मुकाबला खेले बिना ही सेमीफाइनल में पहुंच गई.
रोहित शर्मा को अफ्रीका की टीम ने दिया यह तोहफा, भारत को नहीं है अब परेशान होने की जरूरत
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम अपना आखिरी लीग मुकाबले जिंबाब्वे के खिलाफ रविवार को खेलने वाली है जिसके लिए यह बात कही जा रही थी कि भारतीय टीम अगर इस मुकाबले में जीत दर्ज करेगी तभी उसकी सेमीफाइनल की जगह पक्की होगी लेकिन इस मुकाबले के ठीक पहले दक्षिण अफ्रीका और नीदरलैंड के मुकाबले में नीदरलैंड ने सबको आश्चर्यचकित करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 13 रनों से हरा दिया। दक्षिण अफ्रीका के हार मिलते ही भारतीय टीम को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिला क्योंकि अब भारतीय टीम 6 अंकों के साथ अपने ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच गई और उसे जिंबाब्वे के खिलाफ ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अगर भारतीय टीम जिंबाब्वे के खिलाफ हार भी जाती है तो उसे सेमीफाइनल में पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता क्योंकि अब दक्षिण अफ्रीका पहले ही विश्व कप से बाहर हो चुका है और पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुकाबले में जो विजेता बनेगा वह उस ग्रुप की दूसरी टीम बनेगी।