भगवान के घर देर होता है अंधेर नहीं यह कहावत तो सबने सुनी होगी लेकिन इसके साक्षात दर्शन किए हैं हाल ही में राजस्थान के डूंगरपुर जिले के रहने वाले जयंती लाल ने जिनकी पुकार आखिर कार भगवान ने लंबे इंतजार के बाद सुन ली है और जिसने भी जयंती लाल के घर में आए तीन नन्हे मेहमान के बारे में सुना है तो वह दूर दराज से उन्हें देखने के लिए आ रहे हैं और यह कहते नजर आ रहे हैं कि वाकई में जयंती लाल के ऊपर भगवान की असीम कृपा है जिसकी वजह से उनका लंबा इंतजार सार्थक हुआ। दरअसल 29 वर्षीय जयंती लाल को लंबे समय से एक बेटे की चाहत थी और आइए आपको बताते हैं भगवान ने उनकी पुकार कैसे सुन ली है जिसको देखकर लोग यह कहते नजर आ रहे हैं कि भगवान जब किसी को देते हैं तो छप्पर फाड़ कर खुशियां देते हैं और वही हाल जयंती लाल के साथ में हुआ हैं.
जयंती लाल के घर पर भगवान ने छप्पर फाड़कर भेजी खुशियां, बेटे की थी लंबे समय से चाहत
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में रहने वाले जयंती लाल 29 वर्षीय एक साधारण व्यक्ति है जो अपनी पत्नी के साथ सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे थे। जयंती लाल भले ही ऊपर से खुश होने का दिखावा करते थे लेकिन उनके मन में एक ऐसी दबी हुई चाहत थी जो वह जल्दी किसी के साथ साझा नहीं करते थे। दरअसल जयंती लाल और उनकी पत्नी तीन बच्चों के पिता थे लेकिन उन तीनों ही बच्चों के रूप में जयंती लाल के घर में बेटियों का आगमन हुआ था और इसी वजह से उनकी भगवान से इच्छा थी कि भगवान एक बार उनके घर में बेटे को जन्म दे दे और आइए आपको बताते हैं भगवान ने कैसे जयंती लाल की पुकार इस तरह से सुनी है कि उसको देखते ही लोग यह कहते नजर आ रहे हैं कि जयंती लाल को भगवान ने छप्पर फाड़कर खुशियां भेजी है.
जयंती लाल की कुछ इस तरह से भगवान ने सुन ली पुकार, एक साथ दे दिए तीन बेटे
राजस्थान के रहने वाले जयंती लाल तीन बेटियों के पिता थे और इन तीनों ही बेटियों का जन्म बस एक बेटे की चाहत में हुआ था क्योंकि जयंती लाल यह चाहते थे कि उनके वंश को बढ़ाने वाला भी एक बालक इस दुनिया में आ जाए और इसी वजह से जयंती लाल और उनकी पत्नी ने अपने चौथे बच्चे का सोच रखा था और यह उम्मीद थी कि भगवान चौथी बार जरूर उनके घर पर बेटे का जन्म देंगे लेकिन भगवान भी शायद जयंती लाल के ऊपर कुछ ज्यादा ही मेहरबान थे क्योंकि हाल ही में जब जयंती लाल की पत्नी ने अपने बच्चे को जन्म दिया है तब एक बार में जयंती लाल की पत्नी ने तीन बेटे को जन्म दिया है। जयंती लाल अपने इन तीन नन्हे मेहमान के एक साथ आने की खुशी पर बेहद झूम उठे हैं और बार-बार भगवान का शुक्रिया अदा करते नजर आ रहे हैं। जिसने भी जयंती लाल के इस उपलब्धि के बारे में सुना है तो वह यही कहता नजर आ रहा है कि भगवान जब किसी को देता है तो छप्पर फाड़कर खुशियां देता है।