भारत और जिंबाब्वे के बीच हरारे स्पोर्ट्स ग्राउंड पर दूसरा एकदिवसीय मुकाबला खेला गया। तीन एकदिवसीय मुकाबलों की श्रृंखला में भारतीय टीम ने दूसरा एकदिवसीय मुकाबला एकतरफा अंदाज में 5 विकेट से जीत कर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है। दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में कप्तानी कर रहे लोकेश राहुल के कप्तानी पर ऐसे कई सवालिया निशान उठे हैं जिनके जवाब उन्हें जल्द से जल्द तलाशने होंगे। आपको बता दें कि लोकेश राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है लेकिन लोकेश राहुल कप्तानी में कई ऐसे फैसले ले रहे हैं जो समझ के परे हैं यही नहीं पहले मुकाबले के हीरो रहे दीपक चाहर को उन्होंने बाहर बिठाने के अलावा दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में एक ऐसे खिलाड़ी का दिल तोड़ दिया है जो लंबे वक्त से भारतीय टीम में आने के लिए दस्तक दे रहा है आइए आपको बताते हैं कौन है वह धाकड़ खिलाड़ी जिसका दिल लोकेश राहुल ने फिर से तोड़ दिया.
केएल राहुल ने भी तोड़ दिया इस खिलाड़ी का दिल, नही दे रहे है खेलने का मौक़ा
पहला एकदिवसीय मुकाबला जीतने के बाद आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम ने अपने शानदार लय को बरकरार रखते हुए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भी जिंबाब्वे की टीम को एकतरफा अंदाज में 5 विकेट से हरा दिया। हालांकि पहले मुकाबले से कहीं ज्यादा टक्कर जिंबाब्वे की टीम ने भारतीय टीम को दूसरे मुकाबले में दिया क्योंकि 162 रनों के लक्ष्य के जवाब में भारतीय टीम एक समय में 60 रनों पर चार विकेट गंवा कर संघर्ष कर रही थी लेकिन संजू सैमसन ने आकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम को एकतरफा अंदाज में जीत दिला दी। आइए आपको बताते हैं टॉस के समय ही कैसे लाखों भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का दिल टूट गया जब नियमित कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन की तरह ही लोकेश राहुल ने भी भारत के एक धाकड़ खिलाड़ी को टीम में जगह नहीं दिया.
लोकेश राहुल ने अपनी कप्तानी में नहीं दी इस खिलाड़ी को जगह, तरस रहा है खेलने के लिए
भारतीय टीम में इन दिनों एक ऐसा खिलाड़ी लगातार रह रहा है जो हर श्रृंखला में चुना तो जा रहा है लेकिन उसे प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। माना जा रहा था कि जिंबाब्वे दौरे पर इस खिलाड़ी को अपने पदार्पण का मौका जरूर मिलेगा यह खिलाड़ी है इंडियन प्रीमियर लीग में तूफानी रन बनाकर टीम इंडिया में सिलेक्शन पाने वाला राहुल त्रिपाठी। आपको बता दें कि आयरलैंड दौरे के बाद से ही लगभग हर श्रृंखला में राहुल त्रिपाठी टीम में चुने जा रहे हैं लेकिन उसके बाद भी भारतीय टीम के कप्तान तो बदले जा रहे हैं लेकिन राहुल त्रिपाठी की किस्मत नहीं बदल रही है। राहुल त्रिपाठी ने इंडियन प्रीमियर लीग में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और माना जा रहा था कि जिंबाब्वे के खिलाफ उनके करियर की शुरुआत लोकेश राहुल की कप्तानी में हो सकती है लेकिन पहले मुकाबले की तरह ही दूसरे मुकाबले में भी लोकेश राहुल ने इस खिलाड़ी को टीम में नहीं चुना।