भारत और जिंबाब्वे की टीम पहले मुकाबले के बाद दूसरे मुकाबले के लिए भिड़ने को तैयार थी। लोकेश राहुल ने लगातार दूसरे मुकाबले में एक अहम टॉस को जीता और जिंबाब्वे को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले मुकाबले की तरह ही भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जिंबाब्वे के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया और एक बार फिर से जिंबाब्वे की टीम लगातार दूसरे मुकाबले में अपने पूरे ओवर नहीं खेल सकी। निर्धारित 38.1 ओवरों में जिंबाब्वे की टीम 161 रनों पर ही सिमट गई जिसे भारतीय टीम ने बेहद आसानी से पार कर लिया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने 20 से श्रृंखला में अजेय बढ़त ले ली है लेकिन टॉस के समय ही लोकेश राहुल ने जब भारत की प्लेइंग इलेवन अनाउंस की तब उसमें एक ऐसा नाम नहीं था जिसने भारत को पहला मुकाबला अकेले जीता दिया था आइए आपको बताते हैं कौन है वह खिलाड़ी जिसके ऊपर लोकेश राहुल ने दादागिरी दिखाई.
कप्तान लोकेश राहुल ने दिखाई दादागिरी, कर दिया इस धाकड खिलाड़ी को टीम से बाहर
भारतीय टीम इन दिनों जितना भी श्रृंखला खेल रही है उसमें कप्तानों को लगातार बदला जा रहा है। भारत और जिंबाब्वे के बीच श्रृंखला से पहले वेस्टइंडीज दौरे पर एकदिवसीय मुकाबले के लिए शिखर धवन को कप्तान बनाया गया था वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 मुकाबलों के लिए भारत के नियमित कप्तान रोहित शर्मा वापस आ गए थे। आयरलैंड के खिलाफ तो भारतीय टीम की कप्तानी हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत कर रहे थे और ठीक उसी तरह अब जब जिंबाब्वे दौरे पर भारतीय टीम पहुंची है तब चयनकर्ताओं ने लोकेश राहुल को कप्तान बना दिया है। आइए आपको बताते हैं कैसे कप्तानी मिलते ही लोकेश राहुल ने अपनी मनमानी शुरू कर दी है और दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में उस खिलाड़ी को टीम से बाहर बैठा दिया जिसने अकेले पहला मुकाबला जीता दिया था।
राहुल ने बिठा दिया टीम के इस मैच विनर को टीम से बाहर, ये थी वजह
पहले मुकाबले की तरह ही भारतीय टीम ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में जिंबाब्वे की टीम को 5 विकेट से एकतरफा अंदाज में हरा दिया। इस मुकाबले में भारतीय टीम के लिए जीत के हीरो रहे हरफनमौला खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर और संजू सैमसन जिन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को जीत दिला दी। हालांकि लोकेश राहुल ने जैसे ही टॉस के दौरान यह कहा कि उन्होंने पहले मैच के हीरो दीपक चाहर को आराम दिया है तब सबको इस बात का बेहद आश्चर्य हुआ। आपको बता दें कि लगभग 9 महीने की वापसी के बाद दीपक चाहर मैदान में आए थे और पहले ही मुकाबले में उन्होंने जिंबाब्वे के शीर्ष क्रम को झकझोर कर रख दिया था इसी वजह से पहले मुकाबले में दीपक चाहर को मैन ऑफ द मैच के खिताब मिला था लेकिन लोकेश राहुल ने बताया की दीपक चाहर को पहले मुकाबले के बाद आराम देना चाहते थे ताकि एक बार फिर से वह चोटिल ना हो जाए लेकिन यह फैसला कहीं ना कहीं राहुल का गलत था।