उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर आ रही है, उत्तरप्रदेश सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण क़ानून लागू करने की घोसना कर दी है. आपको बता दे की यूपी सरकार जल्द ही इस कानून को लागु कर सकती है. सरकार की तरफ से कुछ दिन पहले ही जनसँख्या नियंत्रण को लेकर एक आयोग बनाया गया था जिसने सरकार को अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. सूत्रों की माने तो सरकार की त्यारियां पूरी हो चुकी है, और सरकार रविवार यानी 11 जुलाई को यह कानून लगो कर सकती है, दो दिन पहले सरकार की तरफ से एक बयान आया था जिसमे कहा गया था की यह कानून जनता की भलाई के लिए बेहद जरूरी है.
सरकार द्वारा बनाया गया आयोग निरंतर इस कानून पर काम कर रहा है. आयोग द्वारा बनायीं गयी नीतियों में 2 से ज्यदा बच्चो वाले परिवाओं की सुविधाओं में कटोती की जा सकती है. आयोग के अनुसार जिस तरह से जनसँख्या बढ़ रही है इस से बहुत सी समस्याए पैदा हो रही है. इसलिए यह कानून लाना बहुत जरुरी है. इसी को चलते आयोग क इ प्राथमिकता नवजात मृत्यु दर और मात्र मृत्यु दर कम करने के ऊपर जोर होगा. इस कानून को लागु करने के बाद सरकार और विभाग द्वारा एक अभियान चलाया जायेगा जिसमे लोगो को जनसँख्या नियंत्रण के लिए जागरूक किया जायेगा. साथ ही इस नए कानून को लेकर अल्संख्यक समुदाय के मन में काफी दुविधाएं है, जिन्हें सरकार जागरूक अभियान चला कर दूर करने की कोसिस करेगी.
सरकार के लिए प्रेक्टिकैली कानून लागु करना मुमकिन नहीं
सरकार द्वारा लाये गये इस कानून को लेकर आल इंडिया सिया पर्सनल बोर्ड के प्रवक्ता मोलाना यासूब अब्बास ने कहा है की जनसँख्या नियंतरण क़ानून सरकार की एक अच्छी पहल है और इसे लागु भी करना चाहिए हम सभी चाहते है की जनसँख्या पर नियंत्रण हो. लेकिन दूसरी तरफ उन्होंने यह भी कहा की सिर्फ अल्फ्संख्यक समुदाय के ज्यादा बच्चे हो यह जरुरी नहीं है, अगर इस क़ानून को लेकर किसी ख़ास समुदाय को टारगेट किया जा रहा है तो में इस कानून का खुल कर विरोध करता हूँ.
क्या कहना है इस्ला’ मिक सेंटर ऑफ़ इंडिया के प्रवक्ता का
योगी सरकार के इस कानून को लागु करने की घोसना करने पर इस्लामिक सन्त्टर ऑफ़ बोर्ड के प्रवक्ता मोलाना सुफियान निजामी ने कहा है की ” कोरोना के दौर में जब देश बीमारी से जूझ रहा है हर इन्सान प्रेषण है, ऐसे समय में सरकार को सवास्थ्य और शिक्षा के कामो पर ध्यान देना चाहिए, ऐसे समय ये ऐसा कानून लाकर सरकार एक नए विवाद को जन्म दे रही है., ऐसे विकट दौर में पुराणी राजनीती करना सही नहीं है, सरकार को अपना ज्यादा ध्यान हॉस्पिटल और सव्स्थय सुविधाओ पर लगाना चाहिए. उन्होंने कहा की सरकार को चाहिए की सरकार जनता की बाकि सभी समस्याओं पर ध्यान दे, ताकि हिन्दुस्तान की आवाम इस विकत कोरोना काल में बाकि सभी दुःख दुविधाओं से उभर सके