पूरी दुनिया में महिला सशक्तिकरण अभियान जोर शोर से चल रहा है जहां हर क्षेत्र में महिलाएं अपना दमखम दिखा रही हैं। हाल ही में टोक्यो ओलंपिक में भी भारतीय महिला खिलाड़ियों ने पदक हासिल किए इसके बाद पैरा ओलंपिक में भी महिलाओं ने पदक हासिल किए हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिलाएं आज के समय हर क्षेत्र में पुरुषों को बेहतरीन टक्कर दे रही हैं। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी महिला की जो 9 महीने से लापता चल रही थी जिसे अभी वृंदावन में एक छोटी सी दुकान पर फूल बेचते हुए देखा गया है। यह एक पुलिस कॉन्स्टेबल है और इसका कहना है कि वह अफसरों से परेशान होकर यहां तक पहुंची।
पुलिस थाने से एकदम गायब होकर पहुंच गई वृंदावन
हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के रायपुर की महिला पुलिस कांस्टेबल अंजना सहिस की। जिसने कुछ समय पहले अपने राज्य को छोड़कर यूपी के वृंदावन में आकर फूल बेचने का कार्य शुरू कर दिया। अंजना जैसे ही पुलिस थाने से गायब हुई तो इसके बाद उसे काफी तलाशा गया लेकिन उसकी कोई भी जानकारी नहीं मिली इसके पीछे मुख्य वजह यह थी कि अंजना ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया था।
जब अंजना ने यूपी के वृंदावन में अपना एटीएम कार्ड इस्तेमाल किया तो पुलिस को इसकी जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस वृंदावन पहुंची और अपनी महिला कांस्टेबल अंजना को एक दुकान पर फूल बेचते हुए देखा इसके बाद पूरा पुलिस दल आश्चर्यचकित रह गया। जब पुलिस दल ने अंजना को साथ चलने के लिए कहा तो महिला कॉन्स्टेबल ने साफ-साफ इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस दल को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
आपको बता दें कि महिला कॉन्स्टेबल अंजना को कुछ समय पहले सीआईडी मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था जिसके बाद वह एक दिन अचानक से गायब हो गई पुलिस विभाग में काफी छानबीन की इसके बाद अंजना की माता ने थाने में जाकर रिपोर्ट लिखाई कि उसकी बेटी कुछ दिनों से गायब है। पुलिस ने काफी जांच पड़ताल की लेकिन अंजना का कोई भी पता नहीं चला अंत में जब पुलिस विभाग को पता चला कि वह है वृंदावन में है तो उसे लेने पहुंच गए लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया।
अंजना ने भागने के पीछे वजह बताई है कि वह अपने सीनियर अफसरों और रिश्तेदारों से बहुत परेशान थी जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया। अब उसका इस दुनिया में कोई भी नहीं है ना कोई रिश्तेदार है और ना कोई और। अब आगे इस मामले में क्या होगा यह तो वक्त ही बता सकता है।