भारत में सामान्यतया शादी के बाद महिलाएं अपने ससुराल में जाकर ससुराल वालों की देखभाल में और घर के कार्यों में लग जाती हैं। ऐसे बहुत कम उदाहरण होते हैं जब शादी के बाद महिलाएं अपना कैरियर बनाने का विचार करें। शादी के बाद जहां महिलाओं को ससुराल की ओर से पढ़ाई के लिए कोई सपोर्ट नहीं मिलता है तो वह व्यक्ति के जीवन में ही उलझ कर रह जाती हैं वहीं अगर ससुराल और पति का समर्थन मिल जाए तो महिलाएं भी अपने जीवन में बहुत आगे तक जा सकती हैं। आज आपको ऐसा ही एक उदाहरण देते हैं जिसमें एक महिला शादी के बाद पहले एमबीबीएस करके डॉक्टर बनी इसके बाद आईएएस अफसर बनी।
पति की मदद से एमबीबीएस करके बनी आईएएस ऑफिसर
आप सभी ने सुना होगा कि हर कामयाब आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है। लेकिन यहां मामला कुछ अलग है। यहां एक कामयाब औरतों के पीछे एक आदमी हाथ है और यह आदमी कोई और नहीं बल्कि उसका पति है। हम बात कर रहे हैं कोल्लम की रहने वाली अस्वती श्रीनिवास की, जिन्होंने अपने प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा जवाहर नवोदय और केंद्रीय विद्यालय से पूरी की। इसके बाद उन्होंने श्री गोकुल मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च फाउंडेशन से एमबीबीएस में स्नातक की उपलब्धि प्राप्त की। तत्पश्चात उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और 2019 में उन्होंने 40 वी रैंक हासिल कर यूपीएससी की परीक्षा पास की।
एक इंटरव्यू के दौरान अस्वती श्रीनिवास ने बताया कि उन्होंने पहले कभी भी यूपीएससी के बारे में कोई विचार नहीं किया था लेकिन जब वह एमबीबीएस कर रही थी तो उस समय उनके मन में यूपीएससी का विचार आया। उन्होंने आगे कहा कि पहले दो प्रयास उन्होंने सेल्फ स्टडी करके यूपीएससी का एग्जाम दिया था लेकिन इसमें सफल नहीं हो पाई इसके बाद उन्होंने 2017 में एलाइट कोचिंग ज्वाइन किया। उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी में उनके पति और उनके परिवार वालों का बहुत सहयोग रहा जिसकी वजह से वह आज सफल हो सकी।
आपको बता दें कि अस्वती श्रीनिवासने ऑल इंडिया रैंक में 40 रैंक हासिल की है जबकि उन्होंने यूपीएससी की है परीक्षा चौथे टेस्ट में क्लियर की। उन्होंने बताया कि अगर सूझबूझ और सब्र करके यूपीएससी की तैयारी किया जाए तो आप सफल हो सकते हैं। और बताया कि तैयारी करते समय सोशल मीडिया का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए बल्कि इसके अलावा मोटिवेशनल इंटरव्यू न्यूज़पेपर और करंट अफेयर्स के बारे में अधिक जानकारी होनी चाहिए।