अपने देश से हार किसी को प्यार होता है।हर व्यक्ति अपने देश आकर खुशी से झूम उठता है। लेकिन यह खुशी तब और अधिक हो जाती है जब कोई व्यक्ति पाकिस्तान की जेल से 23 साल बाद रिहा होकर भारत देश लौटा हो।हम बात कर मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहने वाले प्रह्लाद सिंह राजपूत की जो पिछले 23 सालों से पाकिस्तान की जेल में बंद थे। हाल ही में कल उन्हें अमृतसर के अटारी बार्डर से भारत लाया गया। इतने सालों के बाद भारत लौटने पर वह काफी खुश दिखाई दिए और खुशी के मारे रो पड़े।
1998 में हुए लापता, पहुंच गए थे पाकिस्तान
मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहने वाले प्रह्लाद सिंह 1998 में घर से लापता हो गए थे इसके बाद किसी को नहीं पता था कि वह कहां पर है। वर्ष 2014 में प्रह्लाद सिंह के परिवार वालों को पुलिस ने सूचना दी कि प्रह्लाद सिंह नाम का एक व्यक्ति पाकिस्तान की जेल में बंद है। इसके बाद पहलाद सिंह के घर वालों ने उच्च अधिकारियों से उनकी रिहाई की बात की इतने सालों की मेहनत के बाद अब 2021 में उनकी रिहाई हुई है।
मानसिक रूप से कमजोर, चल रहा था इलाज
प्रह्लाद सिंह राजपूत 1998 में घर से लापता हुए इसके बाद घर वालों ने उनको काफी जगह ढूंढा लेकिन हम का कुछ अता पता नहीं चला। प्रह्लाद सिंह के भाई वीर सिंह राजपूत ने बताया कि जब वह घर से लापता हुए उस समय मानसिक रूप से कमजोर थे और उनका इलाज भी चला रहा था। लेकिन किस वजह से हुआ प्रह्लाद सिंह अपने गांव से पाकिस्तान बॉर्डर में चले गए इस बात का अभी तो किसी को पता नहीं चला।
सागर से पुलिस के साथ वीर सिंह राजपूत पहुंचे पाकिस्तान बॉर्डर
जिस समय प्रह्लाद सिंह घर से लापता हुए तब उनकी उम्र 33 वर्ष थी और अब 23 साल बाद 56 वर्ष की उम्र में वापस घर लौट आए हैं उन्हें लेने के लिए उनके छोटे भाई वीर सिंह राजपूत अपने गांव से सागर पुलिस के साथ अमृतसर के अटारी बॉर्डर पहुंचे। अभी तक उन्हें वापस अपने गांव नहीं लाया गया है क्योंकि रिहाई संबंधी सभी कार्रवाई पूरी होने के बाद ही वह बॉर्डर से वापस लौट पाएंगे। जब प्रह्लाद सिंह ने पाकिस्तान से भारत आकर अपने भाई वीर सिंह को देखा तो दोनों एक दूसरे को देख कर रो पड़े। इसके बाद गले लग कर दोनों ने प्यार जाताया। प्रह्लाद सिंह 23 साल बाद भारत पहुंच कर काफी खुश नजर आ रहे हैं।