ऐसा माना जाता है कि जहां प्यार होता है वहां सब कुछ फीका पड़ जाता है। लोग कहते हैं कि प्यार और जंग में सब कुछ जायज होता है। इसी बात का सबूत हाल ही में देखने को मिला है जहां प्यार में अंधी एक युवती हाथ से चलने वाले दिव्यांग को प्यार कर बैठी। जी हां हम बात कर रहे हैं एक ऐसी महिला की जिसने 1 दिन गलती से रॉन्ग नंबर पर मिस कॉल कर दिया। इसके बाद यह रॉन्ग नंबर उसकी जिंदगी का राइट नंबर बन गया। रॉन्ग नंबर से शुरू हुई इस प्रेम कहानी का अंत नहीं हुआ बल्कि यह जीवन भर के लिए अमर हो गई। दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली। आइए बताते हैं क्या रहा पूरा मामला जिसकी वजह से यह खबर इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है।
यह लड़की बिहार के दिव्यांग लड़के को गलत नंबर के कारण दे बैठी अपना दिल
हम बात कर रहे हैं बिहार के सुपौल के रहने वाले एक व्यक्ति मुकेश की। आपको बता दें कि मुकेश पैरों से विकलांग है और खड़ा नहीं हो सकता इसके अलावा वह हाथों से ही चलता है। मुकेश की जिंदगी में सब कुछ सामान्य चल रहा था कि तभी एक दिन उसके फोन पर एक रॉन्ग नंबर से मिस कॉल आया। यह मिस कॉल अनजाने में मुकेश की जिंदगी का सबसे अच्छा कॉल बन गया। मिस कॉल करने वाली महिला झारखंड के रांची की रहने वाली है जिसका नाम गौरी है। जब गोरी ने 1 दिन गलती से बिहार के रहने वाले मुकेश को फोन कर दिया तो इसके बाद दोनों में कुछ कुछ बातें हुई और यही बातें आगे चलकर लंबी बातें होने लग गई। इस अजीब और दिलचस्प प्रेम कहानी में शानदार मोड़ तब आया जब गौरी ने मुकेश से शादी करने का प्रस्ताव रख दिया।
शादी के लिए मुकेश ने कर दिया था साफ मना
रांची की रहने वाली गोरी जब मुकेश के प्यार में पागल हो चुकी थी तो इसके बाद दोनों ने 1 साल तक फोन पर बात की इसके बाद गोरी काहे प्यार आसमान की बुलंदियों को छू रहा था। उसने सीधा ही मुकेश को प्रपोज कर दिया और शादी करने के लिए कहा। यह सुनते ही मुकेश स्तब्ध रह गया और उसने शादी करने के लिए साफ मना कर दिया और उससे कहा कि मैं दिव्यांग हूं, पैरों के सहारे खड़ा नहीं हो सकता, हाथों से चलता हूं। गौरी ने जब मुकेश की है बात सुनी तो वह एक बार के लिए तो चौंक गई लेकिन प्यार तो अंधा था,दिव्यांग होने के बावजूद भी गौरी ने कहा कि मैं शादी करूंगी तो तुमसे ही करूंगी वरना किसी से भी नहीं करूंगी।
गोरी पहुंची बिहार पीछे पीछे आ गए भाई और पिता
जब गोरी को पता चला कि उसका प्रेमी मुकेश दिव्यांग है और अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता। तो इसके बाद भी गौरी का मन नहीं भटका और उसने मुकेश से कहा कि मैं अभी भी तुमसे शादी करने के लिए तैयार हूं। बातचीत होने के बाद युवती शादी करने के लिए मुकेश के गांव सुपौल पहुंच गई जहां उसके पीछे पीछे उसके माता-पिता भी और भाई भी पहुंच गए। सभी ने गोरी को बहुत समझाया कि तुम यह शादी मत करो लेकिन गोरी कहां किसी की सुनने वाली थी उसने साफ कह दिया कि मैं बालिक हूं और मेरे फैसले ले सकती हूं इसलिए मैं शादी करूंगी तो सिर्फ मुकेश से ही करूंगी इसके बाद दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली और आज एक सुखद जीवन बिता रहे हैं।