वर्तमान समय में सभी अपने करियर को एक सही दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे है इसी बिच एक काफी लोग होते है जिनके घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होती उसके बाद भी वो अपने माता पिता के सपनी को पूरा कर के दिखाते है फिर उनके माता पिता को भी अपने बच्चो पर काफी गर्व होता है इसी तरह अपने माता पिता का सपना पूरा किया है राजस्थान में रहने वाली एक कार चलने वाले की बेटी ने जो की आज राजस्थान में जज बन चुकी है इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कार्तिका ने काफी मेहनत की है जिसको लेकर आज सभी काफी ज्यादा खुश है कार्तिका ने इस मुकाम के लिए दिन रात मेहनत की है उसके बाद उनको ये मुकाम हासिल हुआ है कार्तिका का मानना था की आज की उनकी मेहनत आने वाले समय में जरूर कामियाब होगी जिसके बाद आज उनको उनका मुकाम हासिल हो चूका है तो आइये आज आपको बताते है की कार्तिका ने किस तरह ये मुकाम हासिल किया है.
कार्तिका ने इस तरह तय किया जज बनने तक का सफर, पिता को नहीं देखना चाहती थी कार चलते हुए
कार्तिका इस समय सोशल मिडिया पर काफी चर्चा में बनी हुई है जिसको लेकर मिडिया में काफी चर्चा की जा रही है जैसा की अपने देखा की खबर आई है की राजस्थान की एक बेटी जो की आज जज बन चुकी है और उनके पिता एक कार चलते थे आपको बता दे की इनके पिता राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश की कार चलते थे जो की कार्तिका को सही नहीं लगता था इसलिए उन्होंने सोचा की वो भी काफी मेहनत करके एक बहुत बड़ी जज बनेगी उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई जोधपुर के सेंट ऑस्टिन स्कूल से की है स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अपनी आगे लॉ की पढ़ाई जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से पूरी की है तो आइये आपको उनके आगे के सफर के बारे में विस्तार से बताते है की उन्होंने किस तरह अपनी पूरी पढ़ाई की और परीक्षा में पास हो गई.
कार्तिका ने इस तरह की अपने लॉ की पढ़ाई, दिन रात मेहनत करके की पहुंची इस मंजिल तक
कार्तिका उन बेटियों में से एक है जिन्होंने आज अपने माता पिता का सपना पूरा कर दिखाया है कार्तिका ने भी अपने माता पिता का सपना पूरा कर दिया है आज उन्होंने मुकाम हासिल कर लिया है जिससे की उनके पिता का आज सर गर्व से ऊपर हो गया है जैसा की अपने देखा की उनके पिता राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश की कार चलते थे कार्तिका ने अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद लॉ की पढ़ाई की और फिर घर पर रहकर ऑनलाइन तैयारी शुरू की कार्तिका ने बताया कि उनकी पढ़ाई का शेड्यूल फ्लैक्सिबल रखा उसके बाद वो प्रतिदिन 3 से 4 घंटे जरूर पढ़ाई करती लेकिन फिर परीक्षा की तारिक करीब आई तो इस समय वो 10-12 घंटे तकपढ़ाई करती थी उन्होंने बताया की वो सोशल मिडिया से काफी दूर रहती थी उनका सोशल मिडिया पर कही पर भी कोई अकाउंट नहीं है|