भारत में रेल मंत्रालय दिनों दिन काफी तरक्की कर रहा है। रेलवे मंत्रालय भारत में जल्द ही बुलेट ट्रेन लाने की घोषणा कर चुका है। भारतीय रेलवे को लेकर हाल ही में ऐसी घटना हुई जिसे देखकर हर कोई आश्चर्यचकित रह गया। इस कहानी की मुख्य किरदार हैं एक लड़की। जिसने अपनी जिद के चलते सिर्फ खुद के लिए भारत की जानी-मानी राजधानी एक्सप्रेस को 535 किलोमीटर तक ले गई। भारतीय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी एक यात्री के लिए ट्रेन 535 किलोमीटर तक गई हो। इस बात को सत्य साबित किया रांची की रहने वाली है अनन्या ने। जिन्होंने खुद की लीगल अथॉरिटी के तहत रेलवे को 535 किलोमीटर दूर तक का सफर तय करने के लिए मजबूर कर दिया।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को दी थी बस से जाने की सलाह
दरअसल मामला यह है कि रांची की रहने वाली एक लड़की जिसका नाम अनन्या है। उसने दिल्ली से रांची के लिए ट्रेन में अपनी टिकट बुक करवाई। जिसके बाद किसी परेशानी के चलते रेलवे अधिकारियों ने सभी यात्रियों को कहा कि वह बस से अपनी यात्रा तय करें। आपको बता दें कि ट्रेन में 930 यात्री जाने वाले थे जिनमें 929 यात्री रेलवे अधिकारियों की बात मान कर ट्रेन की बजाय बस में सफर करते हुए रांची के लिए रवाना हो गए। लेकिन जब यह बात अनन्या ने सुनी तो वह बस में जाने के लिए तैयार नहीं हुई। उसने रेलवे अधिकारियों से इसकी वजह पूछी और कहा कि जब टिकट ले लिया है तो ट्रेन से ही सफर करना होगा और मैं बस से सफर नहीं करूंगी।
लड़की की जिद के आगे झुक गया पूरा रेलवे
रांची की रहने वाली अनन्या का कहना था कि जब रेलवे अधिकारियों ने सभी यात्रियों को बस से जाने की सलाह दी तब उन्होंने किसी प्रकार की कोई माफी नहीं मांगी और उन्हें एक प्रकार से आदेश दिया था। लेकिन अनन्या ने इस आदेश का पालन नहीं किया और जब उनके पास में रेलवे की टिकट थी तो वह ट्रेन से ही अपने घर जाना चाहती थी। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 8 घंटे का समय लगा लेकिन पूरे रेलवे मंत्रालय को अनन्या की जिद के सामने झुकना पड़ा।अंत में रेलवे के चेयरमैन ने नोटिस जारी किया कि लड़की को लेकर ट्रेन रांची के लिए रवाना हो। इसी के साथ ही ट्रेन रात 1:30 पर रांची पहुंची। ट्रेन में अकेली लड़की होने के कारण उनकी सुरक्षा का भी इंतजाम किया गया।
रेलवे अधिकारियों ने कार से जाने का भी दीया ऑफर
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर राजधानी एक्सप्रेस में सवार 930 यात्रियों में से 929 यात्री अपने हिसाब से बस पकड़ कर अपने घर की तरफ रवाना हो गए थे लेकिन पीछे बची इकलौती अनन्या ने हिम्मत नहीं हारी। फिर ट्रेन से ही अपने घर तक जाने का रास्ता चूना। रेलवे अधिकारियों ने उनसे बाद में विनती की लेकिन वह नहीं मानी। यहां तक कि रेलवे ने उन्हें बस के बजाय कार से जाने तक का भी सुझाव दिया लेकिन अपनी जिद पर अड़ी हुई अनन्या इस बात के लिए तैयार नहीं हुई और अंत में ट्रेन से ही उन्होंने अपने घर तक का सफर तय किया।