सावन का महीना है और भगवान शिव की बात ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता इस महीने भगवान शिव की हिंदू धर्म में जोरों शोरों से पूजा की जाती है। आज हम आपके सामने एक ऐसी ही खबर लेकर आए हैं जिसे सुनने के बाद आप भगवान शिव की भक्ति में खो जाएंगे। आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि पिछले 1 साल से महाकालेश्वर मंदिर परिसर की खुदाई चल रही है। खुदाई के दौरान भगवान शिव की एक अद्भुत शिवलिंग और भगवान श्री हरि विष्णु की मूर्ति भी मिली है। जिसे पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञ द्वारा निकालने का काम किया जा रहा है।
बुधवार को पुरातत्व विभाग की टीम पहुंची उज्जैन
मतलब है कि बुधवार को पुरातत्व विभाग की टीम उज्जैन पहुंची थी। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के अनुसार जो शिवलिंग खुदाई में मिली है वह लगभग नौवीं से दसवीं शताब्दी बताई जा रही है। वही बात करे भगवान विष्णु की मूर्ति की तो वह 10 वीं शताब्दी की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि यह शिवलिंग मंदिर परिसर में मिले परमार कालीन मंदिर से काफी अलग है परमार कालीन मंदिर ग्यारहवीं शताब्दी का बताया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि महाकाल मंदिर में खुदाई के दौरान 11वीं शताब्दी का परमार कालीन मंदिर का ढांचा विशेषज्ञों के सामने आया था।
परमार कालीन मंदिर वास्तुकला से निर्मित था
गौरतलब है कि 11वीं शताब्दी का जो मंदिर मिला है वह वस्तु कला से निर्मित था जो देखने में काफी खूबसूरत नजर आता है। जैसे ही इस मंदिर का विस्तारीकरण किया गया जिसके बाद खुदाई के दौरान मंगलवार को एक बड़े शिवलिंग का भाग जमीन में दिखाई दिया था। जिसके बाद पूरी तरह से खुदाई करने की बात शिवलिंग की पूरी जलाधारी सामने आ गई थी।
पौने 2 फीट है शिव लिंग की लंबाई
बताया जा रहा है कि इस शिवलिंग की लंबाई लगभग पौने 2 फीट की है। जैसे ही शिवलिंग मिलने की खबर पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को लगी वह तुरंत खुदाई वाली जगह पर पहुंच गए और शिवलिंग को चादर से ढक कर आगे के शोध के लिए ले गए।
पहले भी मिल चुकी है माता की मूर्ति
इससे पहले भी 30 मई को महाकाल मंदिर में खुदाई के दौरान माता की मूर्ति मिल चुकी है। माता की मूर्ति के खंडी तब से खुदाई के दौरान मिले थे जिसे पुरातत्व विभाग मूर्ति के अवशेषों का अवलोकन कर रहा है। मई में जैसे ही खुदाई के दौरान माता की मूर्ति की मिलने की सूचना पुरातत्व विभाग को लेगी पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने 4 सदस्यों की एक टीम महाकाल मंदिर के लिए तुरंत रवाना कर दी थी।