भारत एक लोकतांत्रिक देश जिसके चलते भारत के केंद्र सरकार देश मे तरक्की लाने के लिए और इसके साथ-साथ देश में रोजगार बढ़ाने के लिए नई-नई योजनाएं निकालती रहती हैं. इसी के चलते भारत सरकार ने आज तक बहुत सारी ऐसी योजनाएं निकाली हैं जिसका ग़रीब लोगो को फायदा मिले और देश में बेरोजगारी सम्पात हो. इसी बात को ध्यान में रखते हुए हालहि में लगभग 1 साल पहले भारत की केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक कानून बनाया था ताकि सभी किसान उसका लाभ उठा सके और ग़रीबी की वजह से कोई भी किसान अपनी जान ना गवाएं. भारत सरकार का यह नियम भारतीय किसानों की भलाई के लिए था लेकिन कुछ किसान इसे बिल्कुल भी समझ नही पाए और इस नियम का विरोध करने लगे और भारत सरकार के खिलाफ मतलब मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे और इस नियम का विरोध करने लगे और सरकार से इस नियम को वापिस लेने की मांग करने लगे. इसी के चलते पिछले लगभग एक से डेढ़ साल से किसान इस नियम का विरोध करते हुए आंदोलन कर रहे हैं.
मोदी जी ने सुन ली अपने देश के प्यारे किसानों की बात , कर दिया इस नियम को खारिज़
भारत एक ऐसा देश हैं जहां पर बहुत सारी पार्टीया चुनाव लड़ती हैं ताकि देश मे उनकी सरकार बन सके. इस समय देश मे भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) की सरकार हैं. जिसके चलते भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं. नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं क्योंकि इन्होंने अपने सम्पूर्ण कार्यकाल में बहुत सारा काम किया है देश के हित में. पिछले साल सांसद में मोदी सरकार भारत के किसानों के लिए एक किसान नियम लेकर आई थी जीके चलते किसानों को इससे बहुत ज्यादा फायदा होता और उन्हें उनकी खेती की बहुत अच्छी कीमत मिलती.
मोदी सरकार ने इन किसान नियमो के अंतर्गत 3 पॉइंट रखे थे जिसके चलते किसानों को उनकी फसल की बहुत अच्छी कीमत मिलेगी. यही नियम कुछ राज्यो के किसानों को बिल्कुल पसन्द नही हैं जिसके चलते दिल्ली की सिंधु बॉर्डर पर पूरे पंजाब , हरियाणा और चंडीगढ़ के लगभग सभी किसान इस नियम का विरोध करने लगे और अपने इस विरोध को किसान आंदोलन का नाम दे दिया.
किसान आंदोलन हुआ समाप्त , मोदी जी ने लिया किसान आंदोलन वापिस
किसान आंदोलन , यह वह शब्द हैं जो पिछले एक-डेड सालो में बहुत बार सुना जा रहा हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के किसान इस नियम का विरोध कर रहे ताकि सरकार इस नियम को वापिस ले ले. आज सुबह मोदी जी ने सभी किसानों की बात सुन ली और पूरी मीडिया के सामने आकर यह ऐलान कर दिया कि आने वाले सांसद सत्र में भारत की केंद्र सरकार इस नियम को वापिस लेने की प्रतिक्रिया शुरू कर देगी. अगर सीधे शब्दो मे बोला जाए तो किसान आंदोलन अब पूरी तरह समाप्त हो गया है और सरकार ने यह किसान नियम वापिस ले लिया हैं. आज सुबह-सुबह ही मोदी जी ने किसानों को यह खुशखबरी दे कि है कि सरकार यह नियम वापिस ले रही हैं.