बॉलीवुड के लिए बोला जाता है कि यहां पर सिर्फ बड़े स्टार ही फेमस होते हैं. अगर सीधे शब्दों में बोला जाए तो लोग सिर्फ उन लोगो को ही जानते हैं जो कि हीरो या हीरोइन के किरदार को निभाते हैं लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लोग उन अभिनेता और छोटे किरदार निभाने वाले कलाकारों को बिल्कुल भी नही जानते हैं. फ़िल्म की दुनिया के अगर यह छोटे कलाकार ना होते तो आज बॉलीवुड का कोई भी वजूद नही होता हैं. बहुत सारो फिल्मे ऐसी होती है जो सिर्फ और सिर्फ छोटे कलाकारों पर ही निर्भर करती है लेकिन फिर भी लोग फ़िल्म के हीरो को ही बहुत ज्यादा महत्व देते हैं.
जादू नही होते कोई नही पूछता इस फ़िल्म को , वजह हैं कि
मान लीजिए कि अगर फिल्मो में एक्शन सीन करने के लिए हीरो जिन्हें पिटता हैं अगर वह लोग ना हो तो क्या वह एक्शन सीन हो पाए. वह सभी लोग अपना 100% देते हैं तभी वह सीन सफल होता है. आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम बॉलीवुड के ऐसे ही एक कलाकार के बारे में बातएगे जो अगर नही होता तो शायद वह फ़िल्म कभी बन पाती क्योंकि 25 से भी ज्यादा लोगो को इस किरादर के लिए ट्राय किया गया था लेकिन अंत मे सिर्फ एक ही आदमी उस किरदार निभा पाया लेकिन आज वह व्यक्ति दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहा है और आम आदमी की तरह ज़िंदगी जी रहा हैं. हम जिस कलाकार की बात कर रहे हैं वह ओर कोई नही बल्कि बॉलीवुड की एक सुपरहिट फिल्म ” कोई मिल गया ” में जादू का महत्वपूर्ण किरदार निभाने वाले व्यक्ति हैं.
राकेश रोशन के लिए बन के साबित हुआ लॉटरी , लेकिन आज जी रहा है गरीबों जैसी ज़िन्दगी
कोई मिल गया फ़िल्म में जादू का किरदार निभाने वाला यह कलाकार बहुत ही ज्यादा मुश्किल से मिला था क्योंकि लगभग 25 लोगो को देखने के बाद भी कोई इस किरदार में फिट नही हो रहा था फिर पता नही कहा से राकेश रोशन को यह व्यक्ति मिला गया और उनकी किस्मत बदल गई. जादू का किरदार निभाने वाले इस व्यक्ति का नाम इन्द्रवदंन पुरोहित हैं. इन्द्रवदंन जी ने अपने टैलेंट की वजह से किरदार को अमर बना दिया. आज जब भी कोई कोई मिल गया फिल्म की बात करता है तो उसके मुँह से सिर्फ और सिरसा जादू का ही नाम निकलता हैं.लेकिन आज तक शायद ही किसी को जादू का किरदार निभाने वाले कलाकार का असली नाम पता होगा. बोला जाता है कि अगर फ़िल्म में जादू के किरदार में इन्द्रवदंन नही होते तो आज शायद यह फ़िल्म भी नही बन पाती.
नही जानता हैं जादू को कोई भी , आम आदमी की तरह जीते हैं अपना जीवन
इन्द्रवदंन ने अपनी कलाकारी से इस फ़िल्म को ओर इस किरदार को लोगो के सामने अमर बना दिया है. लेकिन अगर बोला जाए तो आज के समय मे इन्द्रवदंन को कोई भी नही जानता है. वह बिल्कुल साधारण व्यक्ति के जैसा जीवन जी रहे हैं. सूत्रों से पता चला है कि इन्द्रवदंन जी को दो वक्त को रोटी पाने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती हैं. अगर एक दिन भी वह मेहनत नही करे तो उन्हें भूखा ही सोना पड़े. इसलिए अगर सीधे शब्दों में बोला जाए तो इनकी हालात हद से बत्तर हैं. कभी सालो में एक बार इन्हें किसी नाटक में कोई छोटा सा रोल मिल जाता है. यहां तक कि मशहूर शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में भी इन्द्रवदंन जी ने एक- दो बार किरदार किया है.