अफगानिस्तान हाल ही में काफी सुर्खियों में बना हुआ है और इसका मुख्य कारण वहां पर हो रहे हमले और हत्याएं हैं। आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल समेत लगभग सभी हिस्सों पर अपना कब्जा जमा लिया। अब वहां सरकार बनाना चाहते हैं। अफगानिस्तान में रह रहे अलग-अलग देशों के लोगों को अपने देश वापस बुलाने के लिए उनकी सरकार काफी ठोस कदम उठा रही है। भारतीय सरकार ने भी अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की मुहिम चला रखी है। भारत सरकार अधिकांश भारतीयों को अफगानिस्तान से वापस भारत ला चुकी है। लेकिन यही अफगानिस्तान में कुछ सिख और हिंदू ऐसे हैं जो भारत लौटना ही नहीं चाहते हैं। वह भारत आने वाली फ्लाइट को ही छोड़ रहे हैं उनका कहना है कि वे भारत के बजाय अमेरिका या फिर कनाडा जाना चाहते हैं।
भारत आने वाली फ्लाइट में नहीं बैठ रहे हैं सिख और हिंदू
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को भारत सरकार अपने देश वापस लेकर आ रही है लेकिन वहां मौजूद कुछ सीखो और हिंदुओं ने भारत आने से मना कर दिया उनका कहना है कि वह भारत में आएंगे तो उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि भारत में ना नौकरी है और ना ही रहने की उचित व्यवस्था है। इसलिए वह भारत आने की बजाए अमेरिका और कनाडा जाना चाहते हैं। सिखों और हिंदुओं के इस निर्णय के बाद भारत सरकार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अफगानिस्तान से भारतीयों को निकालने वाली फ्लाइट वापस लौट रही खाली
भारत सरकार ने लगभग सभी भारतीयों को अफगानिस्तान से निकाल लिया है। लेकिन वहां अभी 70 से 80 सिख और हिंदू ऐसे हैं जो वापस भारत नहीं आना चाहते हैं। उनकी चाहत है कि वह कनाडा या फिर अमेरिका जाएंगे। अफगानिस्तान के एक गुरुद्वारा कर्ते परवान में मौजूद 70 से 80 अफगान सिखों और हिंदुओं ने भारत आने से साफ मना कर दिया। जिसके कारण भारतीय सरकार ने जो विमान भेजा था वह खाली वापस लौटा है।
इंडियन वर्ल्ड फॉर्म के अध्यक्ष पुनीत सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि “यह लोग अमेरिका और कनाडा जाने के चक्कर में दो बार अपनी फ्लाइट छोड़ चुके हैं। वह भी तब जब भारत सरकार इन लोगों को सबसे उच्च स्तर की सुविधा मुहैया करा रही है सूत्रों के मुताबिक सरकार ने सभी अफगान भारतीयों को निकालने के लिए चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था की जिसमें उन लोगों ने आने से मना कर दिया।